गोगला प्रतिष्ठा महोत्सव
उदयपुर। झाड़ोल तहसील के गोगला गांव में चल रहे 11 दिवसीय प्रतिष्ठा महोत्सव के तहत आज भागवत कथा में प्रियांशु महाराज ने कृष्ण लीलाओं का वर्णन किया तो वहंा उपस्थित सभी श्रोता मंत्रमु्ग्ध हो गये।
भागवत कथा के सातवें दिन बालसंत प्रियांशु महाराज ने भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं के वर्णन में कालिया नाग का वध,पूतना राक्षसी,कंस एवं अन्य अनेकों राक्षसों के वध का प्रसंग सुनाया तो सभी भक्त गण मंत्रमुग्ध हो कर कृष्ण की लीलाओं में ही खो गये। उन्होनें बताया कि जब जब धरती पर असुरी शक्तियंा प्रभावी होती है तब भगवान स्वयं धरती पर अवतार लेकर उनका विनाश करते है। इसी प्रसंग में उन्होंने बताया के जब इंद्रदेव को भोग नहीं लगा कर गोवेर्धन पर्वत की पूजा कर भोग लगाया गया तो इंद्रदेव ने क्रोधित होकर मुषलाधार वर्षा शुरू कर दी, जिसे पूरी नगरी में हाहाकार मच गया, तब चक्रधारी भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी ऊँगली पर गोवर्धन पर्वत को उठा कर वर्षा से नगरी की रक्षाकी। अंत में आयोजकों की ओर से भगवान श्रीकृष्ण को छप्पन भोग धरा कर महाआरती के साथ प्रसाद वितरण के साथ कथा का विराम हुआ।
शुक्ल पक्ष दसमी को यज्ञशाला में मुख्य आचार्य के सानिध्य में मुख्य पुजारी प्रकाश दवेर ने यजमानों के साथ प्रात:कालीन ब्रम्ह मुहूर्त में नवचंडी यज्ञ का प्रारंभ किया गया। इसी तरह सांयकालीन पूजा भी विधिविधान से की गयी!