उदयपुर। गोगुन्दा तहसील के गोगला गांव स्थित मां आद्यशक्ति शक्तिपीठ परिसर में चल रहे प्रतिष्ठा महोत्सव के तहत चल रही श्रीमद् भागवत कथा के आठवें दिन बालसंत श्री प्रियांशु महाराज ने भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं में कृष्ण द्वारा बासुरी पर मारकोस राग बजा कर भगवान शिव को अपनी साधना तोडक़र झूमने पर मजबूर कर दिया।
इसी प्रसंग में भगवान श्री कृष्ण द्वारा यमुना तट पर गोपियों के साथ रचाई गयी रासलीलाओ का वर्णन सुनाया। भगवान श्री कृष्ण द्वारा द्वारिका नगरी का निर्माण कराया। उन्होंने इसी प्रसंग में श्रीकृष्ण-रुक्मिणी विवाह प्रसंग का वर्णन सुनाया, जिसमें उन्होंने बताया कि श्री कृष्ण ने कुन्डीलपुर के राजा भीष्म की पुत्री रुक्मिणी का उसके स्वयंवर से ठीक पहले अपहरण कर दिया, जिससे रुक्मिणी का भाई शिशुपाल अपने सेनिकों के साथ श्री कृष्ण को मारने गया। दूसरी ओर कृष्ण के भाई बलराम ने छप्पन करोड़ यादवों की सेना लेकर शिशुपाल पर हमला कर दिया। उसके बाद महाराजा भीष्मक ने श्रीकृष्ण का रुक्मणि के साथ धूमधाम से विवाह करवाया। इस विवाह को स्थानीय कलाकारों द्वारा भव्य झांकी के रूप में मंचन किया गया। इसी प्रसंग में सभी श्रोताओं व बालसंत श्री प्रियांश महाराज द्वारा सवा दो क्विंटल पुष्पों से होली खेली गई। अंत में महाआरती के साथ प्रसाद वितरण के साथ कथा का विराम हुआ।
उधर यज्ञशाला में पंडितो द्वारा मुख्य पुजारी प्रकाश जी दवेर के सानिध्य में हवन किया गया एवं दुर्गा सप्तशती पाठ किये गए। कार्यक्रम में आये भक्तो द्वारा डोलर,चकरी आदि मनोरंजन साधनों का आनंद लिया गया। इसी क्रम में रविवार शाम को बालोतरा जिला बाड़मेर के सुप्रसिद्ध भजन गायक श्याम पालीवाल, नीता नायक एवं पार्टी द्वारा भजन प्रस्तुतिया दी जायेगी एवं भव्य रात्रि जागरण होगा।