विद्यापीठ कर्मचारी संघ की कार्यकारिणी का शपथ ग्रहण समारोह
सरकारी सेवा में गये 11 कार्यकर्ताओं का सम्मान
उदयपुर। स्तरीय शिक्षा, बेहतर मानव संसाधन, उत्कृष्टता एवं कार्यकर्ताओं की कुशलता से ही विद्यापीठ प्रगति एवं उन्नयन के मार्ग पर है। आज शिक्षा क्षेत्र में प्रतिस्पर्द्धा एक बडी़ चुनौती है और वे ही शिक्षा संस्थान आगे बढ़ सकते है जो छात्र हित एवं स्तरीय विभाग तथा टीम भावना से संयुक्त होकर कार्य करते हैं।
ये विचार शनिवार को राजस्थान विद्यापीठ एवं कुल कर्मचारी संघ के शपथ ग्रहण समारोह व सम्मान समारोह प्रतापनगर स्थित कम्प्युटर साईंस एण्ड इन्फोरमेशन टेक्नोलॉजी के सभागार में कुलाधिपति प्रो. भवानीषंकर गर्ग ने बतौर मुख्य अतिथि कहे। अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. एस. एस. सारंगदेवोत ने कहा कि हमें अपने कार्यों का मूल्याकंन करना चाहिए। विश्वतविद्यालय ने शैक्षिक उत्थान, छात्र हित तथा कार्यकर्ता हित, सामाजिक तथा शैक्षणिक चेतना की कई योजनाएं बनाई है। साथ ही कार्यकर्ताओं का आव्हान किया कि वे सत्य, अहिंसा एवं विवेक का साथ दे जिस तरह गांधीजी ने हमेशा सत्य अहिंसा एवं विवेक का समर्थन किया। विषिष्ठ अतिथि कुल प्रमुख भंवरलाल गुर्जर, समाजसेवी उदयलाल डांगी, समाजसेवी के. के. शर्मा, महामंत्री आशीष एस. नंदवाना, पूर्व अध्यक्ष सुभाष बोहरा, देवकिषन मेनारिया, रियाज हुसैन ने भी विचार व्यक्त किए। संचालन रियाज हुसैन ने किया। धन्यवाद अध्यक्ष प्रकाश धाकड ने दिया। इस अवसर कुलाधिपति एवं कुलपति ने नवनिर्वाचित 28 सदस्यीय कार्यकारिणी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिेलाई। समारोह में विद्यापीठ के समस्त विभागाध्यक्ष एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।
इनका सम्मान : राजस्थान स्वेच्छा ग्रामीण शिक्षा सेवा नियम 2010 के अन्तर्गत सरकारी सेवा में गये शब्बीर हुसैन, हरीश गन्धर्व, राकेश जामरिया, भगवती प्रसाद दशोरा, मांगीलाल मेघवाल, दुर्गाशंकर नंदवाना, बालूराम मेघवाल, किशनसिंह पुरोहित, सत्येन पाल, ए. आर. जीवन, रतनसिंह राजपूत का कुलाधिपति एवं कुलपति द्वारा शॉल, श्रीफल एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मान किया गया।