मंत्रोच्चार के साथ शुरू शिविर में बच्चे सीखेंगे धार्मिक विधियां
उदयपुर। नवोदित प्रतिभाओं के संस्कार निर्माण एवं व्यक्तित्व विकास के लिए ग्यारह दिवसीय ‘धार्मिक नैतिक संस्कार शिविर’ गुरुवार को जैनाचार्य देवेन्द्र मुनि मार्ग स्थित ‘देवेन्द्र धाम’ में प्रारम्भ हुआ, जिसमें बालक-बालिकाओं ने नवकार महामंत्र के मंत्रोच्चार व गायत्री मंत्र द्वारा विश्वआ शान्ति की प्रार्थना की।
किरणमल सावनसुखा के करकमलों से उद्घाटित शिविर में 180 शिविरार्थी विभिन्न धार्मिक गतिविधियां सीख रहे हैं। जैनाचार्य देवेन्द्र महिला मंडल की ओर से आयोजित शिविर में मंडल अध्यक्ष सुधा भंडारी ने बताया कि शिविर का मुख्य उद्धेश्य् ग्रीष्मतकालीन अवकाश में बच्चों को जैन धर्म की संस्कृति व धार्मिक संस्कारों से रुबरु कराना है। उद्घाटनकर्ता किरणमल सावनसुखा ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि शिविर पारिवारिक, नैतिक संस्कार देने एवं जीवन और व्यक्तित्व को ऊँचाईयां प्रदान करने के लिए समर्पित रहेगा। इससे पूर्व बच्चों को शारीरिक स्वास्थ्य एवं प्राण उर्जा के जागरण के लिए योग के अनेक प्रयोग सिखाए गए और साथ ही बच्चों में धार्मिक, आध्यात्मिक एवं जीवन निर्माण के संस्कारों का बीजारोपण करने के लिए मंत्रों का शुद्ध उच्चारण, 24 तीर्थंकरों के नाम, गुरुवन्दना करना, सामायिक सूत्र, पच्चीस बोल, प्रेरणात्मक कहानियां, महापुरुषों की यशोगाथा आदि का रसपान कराया गया।