उदयपुर। जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय के विभाग इंस्टीट्यूट ऑफ राजस्थान स्टडीज साहित्य संस्थान के अभिलेखागार में अब पांडुलिपियों का रखरखाव, संरक्षण मशीन के माध्य्म से हो पाएगा।
इसके लिए स्कीम आफ प्रिजर्वेशन एण्ड कंजरवेशन आफ मेन्यूस्क्रिप्टस, रेयर बुक्स, ओल्ड एण्ड रेयर डॉक्यूमेन्टस रेकार्ड ऑफ सिटी के तहत नेशनल आर्काइव्से ऑफ इण्डिया नई दिल्ली के द्वारा 1 लाख बीस हजार रुपए अनुदान राशि स्वीकृत की गई। कुल राशि 3,45,693/- रू का फ्यूगेशन चेम्बर क्रय किया गया। इनमें 40 हजार रुपए अनुदान राशि नेशनल आर्केडस ऑफ इण्डिया, नई दिल्ली फ्यूमीगेशन चेम्बर उद्घाटन विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर प्रो. एस. एस. सारंगदेवोत ने शनिवार को किया। निदेशक डॉ. ललित पाण्डे, डॉ. कुलशेखर व्यास, डॉ. महेश आमेटा, डॉ. प्रियदर्शी ओझा, डॉ. नीता कोठारी, भरत आचार्य, अनिता पंचोली, संगीता जैन, शीशराम एवं शंकरलाल उपस्थित थे। डॉ. ललित पाण्डे ने बताया कि मशीन से संस्थान में उपलब्ध पांडुलिपि का रखरखाव सही ढंग से हो सकेगा जिससे पाण्डुलिपियों की उम्र बढ़ जाएगी। बीकानेर प्रतिष्ठान के बाद उदयपुर में यह दूसरी मशीन है।