वार्डों में मरीजों के पास ज्यादा लोग जाने से रोका जाएगा
कुछ अन्य स्थानों भी लगेंगे गार्ड
उदयपुर। शहर के महाराणा भूपाल चिकित्सालय में मंगलवार तडक़े एक मरीज की मौत पर रेजीडेंट चिकित्सक और मरीज के परिजनों के बीच हुई मारपीट के बाद हड़ताल पर गए रेजीडेंट चिकित्सकों और चिकित्सालय प्रशासन के बीच वार्ता के बाद हड़ताल समाप्त हो गई।
वार्ता में उचित सुरक्षा देने के साथ-साथ वार्डों में ज्यादा लोगों को जाने से रोकने और पास सिस्टम शुरू करने का आश्वासन दिया गया। इधर इस प्रकरण में पुलिस ने दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है। गौरतलब है कि सोमवार तडक़े एम.बी. चिकित्सालय के वार्ड 6 में भर्ती एक मरीज सिलावटवाड़ी निवासी रेशमा पत्नी अशफाक सिलावट की उपचार के दौरान मौत हो गई थी। जिस पर मृतका के परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए रेजीडेंट डॉ. श्रुति अग्रवाल से धक्का-मुक्की कर दी थी। इसके बाद मौके पर अन्य रेजीडेंट आ गए और इन रेजीडेंट चिकित्सकों ने मृतका के पति और अन्य परिजनों के साथ मारपीट की थी। घटना के बाद दोनों पक्षों की ओर से एक-दूसरे के खिलाफ प्रकरण दर्ज करवाया था।
घटना के बाद रेजीडेंट चिकित्सक मंगलवार से ही हड़ताल पर चले गए। रेजीडेंट चिकित्सकों के हड़ताल पर जाने के कारण पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए इस मामले में दो महिलाएं सलमा पत्नी कमरूद्दीन और आबेदापत्नी जाकिर हुसैन निवासी अम्बावगढ़ कच्ची बस्ती को गिरफ्तार कर लिया। इधर दो महिलाओं की गिरफ्तारी होने के बाद भी रेजीडेंट चिकित्सक इस तरह की घटनाएं दूसरी बार नहीं होने की गारंटी देने की मांग पर अड़ गए। इसको लेकर शाम को आरएनटी मेडिकल कॉलेज के प्रशासनिक भवन में चिकित्सालय प्रशासन और रेजीडेंट चिकित्सकों के प्रतिनिधियों की एक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में प्राचार्य डॉ. चन्द्रा माथुर, उप प्रचार्य डॉ. सुनिता भटनागर, डॉ. सुरेश गोयल, डॉ. हेमंत माहुर, डॉ. आरएल मीणा और रेजीडेंट चिकित्सक एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेन्द्र शोराण और कुछ रेजीडेंट चिकित्सक उपस्थित थे। जिसमें चिकित्सालय प्रशासन ने रेजीडेंट चिकित्सकों को पुलिस द्वारा की गई गिरफ्तारी की जानकारी दी तो रेजीडेंट चिकित्सकों ने अधिक सुरक्षा की बात उठाई। जिस पर चिकित्सालय प्रशासन ने रेजीडेंटों को सुरक्षा प्लान बताया। जिसमेें वार्डों में मरीजों के पास मात्र एक परिजन ही रूकने और पास सिस्टम शुरू करने की जानकारी दी। इसके साथ ही चिकित्सालय में ओर भी पाईंट चयनित कर वहां पर सुरक्षा गार्ड लगाने का आश्वासन दिया। करीब आधे घंटे तक चली वार्ता के बाद रेजीडेंट चिकित्सकों ने हड़ताल तोड़ दी। शाम को छ: बजे सभी काम पर लौट गए। इधर पूर्व दिन भर सीनियर चिकित्सकों ने व्यवस्थाओं को बेहतरीन तरीके से संभाला है। जिसमें सीनियर चिकित्सकों चिकित्सालय में मरीजों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होने दी।