उदयपुर। गैंगवार में दिन दहाडे़ हुए हत्या के मामले में अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। पुलिस ने हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए कई टीमें गठित की हैं। प्रकरण में दो से अधिक हत्यारों के शामिल होने की आशंका भी जताई जा रही है।
उल्लेखनीय है कि जमीनों और वर्चस्व को लेकर प्रवीण पालीवाल एवं नरेश हरिजन के गिरोह के बीच काफी समय से विवाद चल रहा है। नरेश के गिरोह ने प्रवीण की हत्या कर दी थी तब से प्रवीण गिरोह बदले की फिराक में था। हत्या के मामले में जेल में बंद नरेश के राइट हैण्ड माने जाने वाले अजय पूर्बिया एवं उसके एक साथी विनोद जैन को प्रवीण गिरोह के प्रवीण वसीटा और उसके एक साथी ने पास में आकर पूर्बिया को गोली मार दी। एक गोली सीने तथा एक हाथ में लगी। अजय की उपचार के दौरान मृत्यु हो गई। घटनाक्रम के बाद एएसपी हनुमान प्रसाद के नेतृत्व में कई टीमों का गठन कर आरोपियों के संभावित ठिकानों पर दबिश दी गई लेकिन कोई पता नहीं चला। प्रवीण पालीवाल गिरोह के सारे सदस्य अण्डरग्राउंड हो गए हैं। किसी का कुछ पता नहीं चल पा रहा है। साथ ही सदस्यों के फोन भी बंद बताए गए हैं।