उदयपुर के कार्यक्रमों में आएंगे नेपाल से कलाकार
भारत से संबंधों को प्रगाढ़ करने के पक्ष में
उदयपुर। पर्यटन क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाने एवं परस्पर निवेश को लेकर नेपाल के राजदूत कृष्ण प्रसाद धाकल एवं आर्थिक मामलों के मंत्री विष्णु प्रभाकर लामसल बुधवार को उदयपुर पहुंचे जहां उन्होंने जिला कलक्टर आशुतोष पेडणेकर से मुलाकात की।
हाल ही में कार्यभार संभालने वाले नेपाल के राजदूत धाकल ने कहा कि वे सबसे पहले राजस्थान के उदयपुर एवं अन्य पर्यटन स्थलों के भ्रमण पर निकले हैं। धाकल ने ‘लेकसिटी उदयपुर‘ को पर्यटन, प्राकृतिक सौंदर्य के रूप में खूबसूरत शहर बताया। उन्होंने कहा कि उनका भारत आना दोनों देशों के बीच पर्यटन को प्रमोट करना है। इसके लिए भारत से यदि कोई नेपाल में होटल व्यवसाय में निवेश करना चाहते हैं तो वे इसे प्राथमिकता देंगे। उन्होंने कहा कि नेपाल में आने वाले पर्यटकों में सर्वाधिक 28 प्रतिशत पर्यटक भारत से आते है इसलिए दोनो देशों में पर्यटन को बढा़वा दिये जाने में और आसानी रहेगी।
उदयपुर एवं पोखरा सिस्टर सिटी बनें
नेपाल के राजदूत ने कहा कि ‘लेकसिटी उदयपुर‘ एवं नेपाल की ‘पोखरा लेकसिटी‘ में कई तरह की समानताएं है। राजस्थान का लेकसिटी उदयपुर झीलों की नगरी के रूप में ‘विश्व विख्यात‘ है तो नेपाल का पोखरा लेकसिटी भी झील से गिरी हुई है। दोनों देशों की इन झीलों को यदि ‘सिस्टर सिटी‘ के रूप में देखकर कार्य किया जाए जो दोनों ही शहरों में पर्यटन के क्षेत्र में संबंध और प्रगाढ़ हो सकेंगे तथा पर्यटन के लिए किए जा रहे प्रयासों एवं कार्यों को सीखकर क्षेत्र में और प्रयास किये जा सकते हैं।
जिला कलक्टर आशुतोष पेडणेकर ने नेपाल के राजदूत एवं आर्थिक मामलों के मंत्री सहित दल का झीलों के शहर में स्वागत करते हुए कहा कि उनके उदयपुर प्रवास पर आने से नेपाल एवं भारत देश तथा खासकर राजस्थान में पर्यटन को बढा़वा मिलेगा। नेपाल, उदयपुर और भारत में आमंत्रण पर अपने सांस्कृतिक दल भी भेजेगा। भारत भ्रमण पर निकले दल ने इसके पश्चात जगमंदिर सहित पर्यटन स्थलों का अवलोकन भी किया। इस दौरान विख्या त शिक्षाविद् मनोहरसिंह कृष्णापवत भी मौजूद रहे।