पर्यवेक्षकों ने दिया कार्यकर्ताओं को सम्मान दिलाने का दिलासा
कांग्रेस फीडबेक बैठक में बताई कड़वी सच्चाई
उदयपुर। प्रदेश कांग्रेस द्वारा नियुक्त संभाग के पर्यवेक्षकों पूर्व सांसद भरतराम मेघवाल एवं पूर्व विधायक महेन्द्र चौधरी के समक्ष आज शहर व देहात दोनों के कार्यकर्ताओं ने जमकर भड़ास निकाली। इस पर पर्यवेक्षकों ने कार्यकर्ता को पूरा सम्मान दिलाने का भरोसा दिलाया। किसी भी विधायक या सांसद प्रत्याशी के परिवार से पंचायतीराज एवं नगर निकाय चुनाव में पार्टी प्रत्याशी नहीं बनाने का सुझाव दिया।
देहात कांग्रेस की बैठक राजस्थान महिला विद्यालय (आरएमवी) सभागार में तथा शहर कांग्रेस की बैठक आशीर्वाद कॉटेज में हुई। देहात प्रवक्ता हेमन्त श्रीमाली ने बताया कि पर्यवेक्षकों को कार्यकर्ताओं ने कहा कि कांग्रेस के राजस्थान में शासन के दौरान कार्यकर्ताओं एवं संगठन की जमकर उपेक्षा की गई तथा कार्यकर्ताओं को अपने जायज कामो के लिए कई बार चक्कर कटवाये गये। सत्ता में विधायक एवं मंत्रियों ने संगठन कार्यालय जाने के बजाय अपने घरो को ही कार्यालय बना दिया जिससे विधानसभा चुनाव में पार्टी की पराजय हुई और विधानसभा चुनाव के परिणामों से निराश कार्यकर्ताओं ने लोकसभा चुनाव में मात्र अपनी उपस्थिति दी जिससे परिणाम विपरीत आए। पदाधिकारियों ने युवा कांग्रेस एवं एनएसयूआई के चुनावों से भी गुटबाजी बढ़ने से इन चुनावों को बन्द कराने का सुझाव दिया साथ ही पंचायतीराज एवं नगर निकाय चुनावें में संगठन के ब्लॉक अध्यक्ष, जिलाध्यक्ष, तथा उस क्षेत्र के वरिष्ठ कांग्रेसजनों से चर्चा कर कायकर्ताओं को टिकट वितरण करने का सुझाव दिया।
पर्यवेक्षकों के समक्ष पदाधिकारियों ने पूर्व प्रभारी मंत्री महेन्द्रजीतसिंह मालवीया पर संगठन की उपेक्षा का आरोप लगाया। पदाधिकारियों की कडवी सच्चाई सुनने के बाद पर्यवेक्षकों भरतराम मेघवाल एवं महेन्द्र चौधरी ने उद्बोधन में प्रदेश कांग्रेस द्वारा निर्धारित फीडबेक कार्यक्रम में आये सुझावों तथा कार्यकर्ताओ की सच्चाई का स्वागत करते हुए उदयपुर देहात कांग्रेस के संगठनात्मक कार्यो की तारीफ करते हुए कहा कि पदाधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों ने अनुशासनात्मक एवं सारगर्भित ढंग से बात रखी है। उन्होंने पदाधिकारियों को विश्वास दिलाया कि आने वाले पंचायतीराज एवं नगरनिकाय चुनावो में कार्यकर्ताओं की भावना अनुसार संगठनात्मक स्तर से सक्रिय एवं निष्ठावान कार्यकर्ताओ को टिकट दिये जाएंगे और वर्तमान में जो जनप्रतिनिधि जिस पद पर निर्वाचित है, उसका दायित्व बनेगा कि उस पद पर पार्टी प्रत्याशी को जिताए।
मेघवाल एवं चौधरी ने अपने उद्बोधनो में केन्द्र की मोदी सरकार जो अच्छे दिनो का वादा कर झूठ बोलकर सत्ता मे आई उसे 25 दिनों के अंदर देश की जनता ने देख लिया है साथ ही सुराज के संकल्प के साथ राजस्थान मे सत्ता में आई भाजपा सरकार की भी कथनी और करनी का अन्तर स्पष्ट हो चुका है। बैठक को महामंत्री भगवतीलाल खटीक, उपाध्यक्ष रामलाल गायरी, ब्लॉक अध्यक्ष भगवतसिह झाला, केसराराम खेर, प्रवीण सरणोत, मेघराज सोनी, कुबेरसिंह, जगजितेन्द्रसिंह, जिला परिषद सदस्य कचरूलाल चौधरी, परमानन्द मेहता, पूर्व जिलाध्यक्ष ख्यालीलाल सुहालका, इंटक कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष जगदीशराज श्रीमाली, पूर्व जिला प्रमुख केवलचन्द लबाना, प्रतापसिंह चौहान, मथुरेश नागदा, हरिसिंह झाला, मांगीलाल चौधरी, प्रधान सुखबीर कटारा ने सम्बोधित किया।