बैंगन, सिंघाड़ा व अजवाईन के नित्य प्रयोग से भी बचाव
उदयपुर। थायराइड अत्यधिक मानसिक तनाव जन्य रोग है। तनावरहित जिन्दगी एवं आयुर्वेद में बतायी दिनचर्या, ऋतुचर्या का पालन करने के साथ ही खाने मे जामुन, बैंगन, सिंघाडा आदि का सेवन के साथ ही पानी की कठोरता कम करने हेतु अजवाईन का नित्य प्रयोग करने से एवं बोर एवं विदारिकन्द की जड़ को दूध के साथ उबाल कर पीने से थाईराइड रोग से बचा जा सकता है।
यह जानकारी आयुर्वेद चिकित्साधधिकारी डॉ. शोभालाल औदीच्य ने आयुर्वेद औषधालय में बुधवार को लगे शिविर में दी। उन्हों ने बताया कि प्रतिस्पर्धा के इस युग में व्यक्ति की महत्वकांक्षाएं काफी बढ़ गई हैं जिससे व्यक्ति ही नही छोटे बच्चे भी मां बाप की महत्वाकांक्षाओं के शिकार होकर मानसिक तनाव में रहते है और नित नये-नये रोग पाल रहे हैं। इस अवसर पर औषधालय के नर्स रूकमणी कलासुआ, नर्स इन्दिरा डामोर, शंकरलाल मीणा, परिचारक रामसिंह ठाकुर, गजेन्द्र आमेटा, आदि ने सहयोग प्रदान किया।