जयंती पर भाजपा का कार्यक्रम
उदयपुर। विशुद्ध राष्ट्रवाद के मूलाधार पर राजनीति करने वाला एक मात्र दल भारतीय जनता पार्टी है जिसके आरम्भ में ही डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अपना बलिदान देकर राष्ट्रवाद का संदेश दिया।
ये विचार ग्रामीण एवं पंचायत राज मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 114 जयंती पर कार्यकर्ताओं को संदेश देते हुए व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि डॉ. मुखर्जी तत्कालीन सरकार की आन्तरिक नीति एवं कश्मीर नीति को देश हित में नहीं मानते थे। इसी वजह से कांग्रेस सरकार की विचारधारा से हटकर उनके द्वारा जनसंघ की स्थापना की गई और सतत संघर्ष करते हुए कश्मीर में एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान नहीं चलने देने के लिये आन्दोलन करते हुए अपने जीवन का विचारधारा के लिये बलिदान कर दिया।
राजस्थान सरकार के मुख्य सचेतक कालूलाल गुर्जर ने सूरजपोल स्थित डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कार्यकर्ताओं से कहा कि डॉ. मुखर्जी वास्तव में अद्वितीय थे। उन्हें विस्मृत नहीं किया जा सकता। उनके व्यक्तित्व में राजनीति, संगठनात्मक चेतना, सांस्कृतिक नीधि एवं सेवाभावी कर्तव्यपरायणता, समर्पण की तेजस्विता, मूल्यों की सजगता का समन्वय रहा था। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष शांतिलाल चपलोत ने भी विचार व्य क्तम किए। कार्यकर्ताओं ने जहां हुए बलिदान मुखर्जी, वो कश्मीर हमारा है, डॉ. मुखर्जी अमर रहे, अमर रहे आदि नारों से वातावरण को गुंजायमान किया। पुष्पांजलि कर प्रेरणा पाथेय को श्रद्धासुमन अर्पित किये गये। इस अवसर पर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, महापौर रजनी डांगी, मण्डल अध्यक्ष चंचल कुमार अग्रवाल सहित कई आदि कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।