उदयपुर। पेसिफिक यूनिवर्सिटी के प्रो-प्रेसीडेंट प्रो. बी. पी. शर्मा ने कहा कि जीवन में सफलता एवं सफल बिजनेस एक्जीक्यूटिव बनने के लिए तथा पेसिफिक विश्वविद्यालय के एमबीए प्रोग्राम का सर्वाधिक उपयोग करने के लिए एक-एक क्षण का उपयोग करें।
वे फेकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज के एमबीए प्रोग्राम के नए विद्यार्थियों के लिए आयोजित इण्डक्शन वीक के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने संभागी विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि जहां एक ओर अधिकतर महाविद्यालयों में प्रवेश प्रक्रिया ही चल रही है वहीं पेसिफिक के एमबीए कोर्स में अध्ययन कार्य शुरू हो चुका है। उन्होंने छात्र-छात्राओं को भारत के सर्वश्रेष्ठ एमबीए इंस्टीट्यूट पेसिफिक का चयन करने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि श्रेष्ठ एमबीए बनने के लिए हमेशा सक्रिय रहें।
उन्होंने बताया कि जहां एक ओर यह कहा जाता है कि मात्र 25 प्रतिशत भारतीय एम.बी.ए. विश्वस्तर पर नौकरी योग्य होते हैं वहीं दूसरी ओर ऐसा परिदृश्य बन रहा है जबकि 2020 तक दुनिया के अधिकतर विकसित देशों में बड़ी संख्या में एक्जीक्युटिव्स रिटायर हो जाएंगे और लगभग 6 करोड़ मैनेजर्स की आवश्यकता होगी। इनमें से 4 करोड़ प्रबन्धक भारत द्वारा ही तैयार किए जाएंगे। अतः भारतीय प्रबन्धकों के समक्ष एक बहुत बड़ा अवसर आने वाला है और भारत के युवा इसका लाभ उठा सकते हैं। उन्होंने छात्रों को महाविद्यालय के पाठ्यक्रम के अन्तर्गत होने वाले लेक्चर्स, गतिविधियां, असाइनमेन्ट्स आदि में सक्रियता पूर्वक भाग लेने, फाइनेन्शियल पेपर्स को नियमित रूप से पढ़ने एवं व्यापारिक विषयों पर लिखते रहने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि भारत में पेसिफिक विश्वविद्यालय एक मात्र ऐसा संस्थान है जहाँ हर माह रिसर्च जर्नल का प्रकाशन होता है।
डीन प्रो. महिमा बिड़ला ने सलाह दी कि वे एमबीए डिग्री को महज एक कागज का टुकड़ा न समझें। उन्होंने कहा कि एमबीए प्रोग्राम की सार्थकता तभी है जब दो वर्षों की पढ़ाई के बाद सभी छात्र-छात्राएं व्यक्तित्व में पूर्ण बदलाव महसूस करें और उनमें लीडरशिप, इनिशियेटिव, टीम बिल्डिंग, कम्युनिकेशन स्किल्स आदि क्षमताओं का विकास हों। समापन कार्यक्रम में इण्डक्शन वीक के अन्तर्गत हुए विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र भेंट किए गए। इण्डक्शन वीक के दौरान अखिल भारतीय ख्याति प्राप्त प्रेरक वक्ता बड़ौदा के हिमांशु बुज की कार्यशाला भी हुई। सफल संचालन इसी सत्र में प्रवेश लेने वाली छात्राओं प्रतीक्षा दवे एवं पल्लवी ने किया। पूजा देविजा ने आभार जताया।