उम्मीद के अनुरूप हंगामेदार नहीं रही बोर्ड बैठक, बैठक पर दिखा आगामी चुनाव का असर
उदयपुर। नगर निगम के इस बोर्ड की संभावित आखिरी बैठक उम्मीदों के अनुरूप नहीं रही। सभी को उम्मीद थी कि विपक्ष इसमें हंगामा करेगा वहीं निजी कंपनी द्वारा सड़कों को खोद दिए जाने को लेकर सत्ता पक्ष के पार्षद एवं महापौर के बीच गत दिनों हुए विवाद का असर भी बैठक पर दिखेगा लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय किए गए।
बोर्ड बैठक पर निगम के नवंबर में होने वाले चुनाव का स्पष्ट असर दिखा। उल्लेखनीय है कि इस बार महापौर की सीट साधारण श्रेणी में चुनी गई है और कई पार्षदों की नजर अभी से कुर्सी पर जम गई है। निगम की ओर से ग्लासगो में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में उदयपुर मूल की अपूर्वी को एक लाख 1 हजार रुपए इनाम देने का निर्णय किया गया। सभी सामुदायिक भवनों का किराया बढ़ाने का निर्णय भी किया गया। इसी प्रकार रेजीडेंसी स्कूल की खस्ताहाल बसों के कारण छात्राओं को होने वाली परेशानी को देखते हुए दो बसें खरीदकर देने का निर्णय किया गया।
बैठक में अतिथि के रूप में मौजूद ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने दशहरा दीपावली मेले के आयोजन को लेकर प्रतिबद्धता जताते हुए इसे टाउनहॉल में ही करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि भले ही छोटे स्तर पर करें लेकिन करें जरूर। जनता के लिए इससे अच्छा मनोरंजन का साधन नहीं हो सकता।
अवैध निर्माण को लेकर विपक्ष ने हालांकि सत्ता पक्ष को घेरने का प्रयास भले ही किया लेकिन हो हल्ले में बात टल गई। विपक्ष का आरोप था कि अतिक्रमियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि निगम और कोर्ट के नोटिस के बावजूद अतिक्रमण हो रहे हैं। अवैध निर्माण करने वालों पर निगम का कोई अंकुश नहीं रहा है।