कांग्रेस ने दी आंदोलन की चेतावनी, राजनैतिक दलों को प्रक्रिया की जानकारी नहीं देने पर रोष
उदयपुर। देहात जिला कांग्रेस की आवश्यक बैठक पार्टी कार्यालय पर पंचायतीराज संस्थाओं के पुनर्गठन, पुनर्सीमांकन व नवसृजन की प्रक्रिया की जानकारी हेतु उपाध्यक्ष हरिराम मीणा की अध्यक्षता तथा पूर्व मंत्री मांगीलाल गरासिया, पूर्व संसदीय सचिव गजेन्द्रसिंह शक्तावत के आतिथ्य में हुई।
प्रवक्ता हेमन्त श्रीमाली ने बताया कि बैठक में पंचायतीराज संस्थाओं के प्रतिनिधियों एवं ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्षों तथा पार्टी पदाधिकारियों को राज्य सरकार के पंचायतीराज विभाग द्वारा पुनर्गठन, पुनर्सीमांकन व नवसृजन हेतु निर्देश देते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सक्रिय रहकर भागीदारी का आह्वान किया गया।
बैठक में वक्ताओं ने राज्य सरकार एवं पंचायतीराज विभाग द्वारा 14 जुलाई से प्रक्रिया प्रारम्भ होने के बाद से अब तक पुनर्गठन की प्रक्रिया तय मापदण्डों की जानकारी मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों को नहीं देने पर रोष व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा सरकार प्रशासन पर दबाव बनाकर येनकेन प्रकरेण पंचायतीराज संस्थाओं पर कब्जा चाह रही है। पार्टी पदाधिकारियों ने बताया कि कांग्रेस जिलाध्यक्ष लालसिंह झाला द्वारा पंचायतीराज विभाग की अधिकृत वेबसाइट से इस प्रक्रिया की जानकारी जुटाकर बैठक में प्रतियां तैयार करवाई गई जबकि जिला कलक्टर एवं पंचायतीराज विभाग द्वारा राजनैतिक दलो के प्रतिनिधियों को कोई जानकारी नहीं दी गई। मीडिया में आई खबरो के बाद कांग्रेस के जनप्रतिनिधि एवं पार्टी पदाधिकारियों ने अपने स्तर से दिशा निर्देशो की एवं तय मापदण्डो की जानकारी ली जिससे भाजपा सरकार की असलियत उजागर हुई। बैठक मे सर्वसम्मति से प्रस्ताव लेकर पंचायतीराज विभाग के प्रमुख शासन सचिव एवं जिला कलक्टर को ज्ञापन देकर मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों की बैठक बुलाकर पुनर्गठन की प्रक्रिया, जनसंख्या एवं पंचायत मुख्यालय से दूरी सहित अन्य मापदण्डों की अधिकृत जानकारी देकर प्रस्ताव देने की अंतिम तारीख बढा़ने की मांग की जाएगी।
बैठक के बाद जिलाध्यक्ष लालसिंह झाला ने दूरभाष पर ब्लॉक अध्यक्षो, प्रधानों एवं वरिष्ठ पार्टी पदाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि अपने अपने क्षेत्रों में नवसृजित पंचायतों की सूची मय नक्शा प्रस्ताव बनाकर तैयार रखें और संबंधित उपखण्ड अधिकारी एवं जिला कलक्टर को प्रस्ताव प्रेषित करें। बैठक में उपजिला प्रमुख श्यामलाल चौधरी, महामंत्री मथुरेश नागदा, हरिसिंह झाला, दिलीप प्रभाकर, मुमताज कुरैशी, सचिव देवेन्द्रसिंह शक्तावत, कमलसिंह चौधरी, पीसीसी सदस्य त्रिलोक पूर्बिया, इन्दिरा राजपुरोहित, महिला कांग्रेस अध्यक्ष कामिनी गुर्जर आदि मौजूद थे।