कल भी करेंगे प्रदर्शन
उदयपुर। बार एसोसिएशन के तत्वावधान में हाईकोर्ट खण्डपीठ स्थापना को लेकर आंदोलन के तहत सोमवार को अधिवक्ताशओं ने न्यायिक कार्यों का बहिष्कार किया। इनके साथ स्टाम्प वेण्डर्स, टाईपिस्ट, फोटो स्टेट व्यवसायी, नोटेरी अधिवक्ताओं ने भी कारोबार बंद रखा। मंगलवार को अधिवक्ताक न्यापयालय के मुख्यो द्वार पर धरना देंगे। बुधवार दोपहर 2 बजे शहर के विभिन्नद संगठनों के साथ बैठक में आगामी रणनीति तय की जाएगी।
इससे पूर्व सोमवार को अधिवक्ता द्वारा न्यायालय परिसर के मुख्य द्वार पर नारेबाजी की गई। अधिवक्ताओं ने हेतु मौन जुलूस निकाला। मौन जुलूस जिला कलक्टर कार्यालय के बाहर से होते हुए देहलीगेट, पुलिस कन्ट्रोल रूम होते हुए स्वतंत्रता आंदोलन में शहीद शांति व आनंदी की प्रतिमा के बाहर धरना दिया। अधिवक्ताओं ने दोनों शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की।
यहां हुई अधिवक्ताओं की सभा में संभाग के जनप्रतिनिधियों से आह्वान किया कि वे उक्त मांग पूरी करें क्योंकि उनके घोषणा पत्र में उक्त मांग को पूरा करने के संदर्भ में उल्लेख था। इसके साथ ही साथ संयुक्त राजस्थान के गठन से पूर्व उदयपुर में राजस्थान उच्च न्यायालय की पीठ स्थापित थी जिसे बाद में जोधपुर मुख्यपीठ में सम्मिलित कर लिया। बार महासचिव गगन सनाढ्य ने बताया कि धरनास्थल पर हुई सभा को संघर्ष समिति के संयोजक रमेश नंदवाना, पूर्व अध्यक्ष व संरक्षक फतहलाल नागौरी, वरिष्ठय भाजपा नेता शांतिलाल चपलोत, राजस्थान बार कौंसिल के सदस्य राव रतनसिंह आदि ने संबोधित किया।