लेकसिटी में सुबह तक 1 इंच वर्षा दर्ज
उदयपुर। रूठा मानसून मंगलवार रात एक बार फिर लेकसिटी में सक्रिय हो गया। अर्धरात्रि से शुरू हुई रिमझिम रात भर जारी रही। सुबह कभी झमाझम तथा रिमझिम का मिश्रित वर्षा का दौर जारी रहा वहीं झीलें भरने की उम्मीदें एक बार फिर जाग उठी हैं। सुबह तक लेकसिटी में एक इंच बारिश दर्ज की गई। शाम ढलते ढलते एक बार फिर झमाझम बारिश हुई जो बाद में रिमझिम में बदल गई।
हालांकि रात को उमस रही लेकिन इसके बाद सुबह से मौसम में ठंडक घुल गई। जब सुबह लोगों की नींद उड़ी तो बाहर बारिश ने स्वागत किया। गत कई दिनों से उमस से जूझ रहे लोगों के चेहरों पर रौनक छा गई। भीगते-भीगते बच्चे स्कूल पहुंचे तो बच्चों को छोडऩे पहुंचे अभिभावकों ने भीगने का आनंद लिया। इस सीजन में मानसून की बहुत अधिक सक्रियता नहीं होने से लेकसिटीवासी अच्छी बारिश तक को तरस गए। सुबह 8.30 बजे के आसपास तेज झमाझम बारिश शुरू हो गई तो करीब पौन घंटे तक हुई। इसके बाद भी बारिश रूकी नहीं, अनवरत रिमझिम के रूप में जारी रही।
कई दिनों से बादल छाने के बावजूद छिटपुट बारिश से उमस बरकरार थी। कल रात 9 बजे बाद रिमझिम ने करीब दो बजे तेज बारिश का रूप ले लिया और रुक रुक कर दिन भर चलती रही। पिछोला में सीसारमा नदी से आवक बनी हुई है वहीं स्वरूपसागर के गेट खोले रखने से फतहसागर में भी पानी की आवक जारी है। सिंचाई विभाग के अनुसार 11 बजे तक पिछले 24 घंटों में शहर में 25.6 मिमी बारिश हो चुकी है। इसके अलावा जिले में सबसे अधिक बावलवाड़ा में 130 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। जयसमंद में 25 मिमी, खेरवाड़ा में 36 मिमी झाड़ोल में 30 और देवास में 16 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। मानसून में अब तक उदयपुर शहर में 350 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। मौसम विभाग के अनुसार सुबह आठ बजे तक शहर में 12 मिमी बारिश दर्ज की गई जबकि सुबह आठ बजे से 11 बजे के बीच 13.6 मिमी बारिश रिकार्ड की गई।
झीलों में आवक जारी : झीलों में पानी की आवक जारी है। नांदेश्वर चैनल पर आधा फीट की चादर चल रही है, जबकि सीसारमा नदी एक फीट तक चल रही है। पिछोला और फतहसागर का जलस्तर समान होने के बाद पानी के फैलाव के कारण जलस्तर धीरे-धीरे बढ़ेगा। अभी पिछोला का जल स्तर आठ फीट है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों के अनुसार अगले कुछ दिनों तक बारिश बनी रही तो झीलें भरने में कोई देर नहीं लगेगी।