निकले बेवाण
उदयपुर। देवझूलनी एकादशी पर शुक्रवार को शहर में विविध आयोजन हुए। दोपहर बाद शहर के विभिन्नव मंदिरों से ठाकुरजी को डीजे साउंड, गाजे-बाजे के साथ समाज-संगठनों के श्रद्धालु पालकी में जल स्नान के लिए ले गए। ये बेवाण पीछोला के गणगौर घाट पर पहुंचें जहां ठाकुरजी को स्नान ध्यान करवाकर वापस मंदिरों में विराजित किया गया।
इस दौरान समाजजन हाथी-घोडा़ पालकी, जय कन्हैयालाल की, गोविन्द बोलो हरि गोपाल बोलो के जयकारे लगा रहे थे। हिरण मगरी सेक्टर 11 स्थित हरि मंदिर परिसर से जोश-खरोश से राम रेवाडी़ गाजे-बाजे, ढोल नगाडों के साथ निकली। राम रेवाडी़ हिरण मगरी सेक्टर 11 स्थित मन्दिर परिसर से रवाना होकर आलोक स्कूल रोड़, अग्रवाल धर्मशाला, इण्डियन ऑयल डिपो, सिख कोलेानी, सेक्टर 13 होती हुई पुनः मन्दिर परिसर में पहुंची। रामरेवाडी में भक्त जन भजन किर्तन करते हुए चल रहे थे साथ ही गुलाल उडाते हुए नॉचते हुए चल रहे थे।
श्री एकलिंगजी ट्रस्ट से संबंधित विभिन्न मंदिरों सहित कैलाशपुरी एवं सिटी पैलेस प्रांगण में मंदिरों को आकर्षक ढंग से सजाकर ठाकुरजी के नयनाभिराम जल हिण्डोलने के श्रृंगार कराए गए। शाम को रामरेवाडिय़ां निकाली गई तथा प्रसाद वितरित किया गया।
सिटी पैलेस : सिटी पैलेस स्थित मंदिर श्री बाणनाथजी से ठाकुरजी ज्ञानरायजी, पीताम्बर राय जी एवं बाणनाथजी की परंपरानुसार शोभायात्रा निकली। चांदी की रामरेवाड़ी में सवार ज्ञानरायजी को पैलेस के श्रद्धालु चंवर ढुलाते चल रहे थे। शोभायात्रा में ठाकुरजी को पूरे मार्ग में पुष्प वर्षा के साथ ले जाया गया। शोभायात्रा जनाना महल, बड़ा चौक, फतहपोल होती हुई रामेश्वर घाट पहुंची, जहां ठाकुरजी को स्नान, ध्यान कराया गया तथा पूजा-अर्चना की गई। राजपुरोहित ने ठाकुरजी की पूजा-अर्चना कर उन्हें नया जलग्रहण करवाया।
कैलाशपुरी : कैलाशपुरी स्थित परमेश्वराजी महाराज श्री एकलिंगजी मंदिर से गणेशजी की चल प्रतिमा की रामरेवाड़ी श्रद्धालुओं के जय-जय घोष के साथ दोपहर बाद निकलीं। शोभायात्रा के आगे पैलेस का बैण्ड व कर्मचारी चल रहे थे। शोभायात्रा में गांव के आसपास के सैकड़ों श्रद्धालु उमड़े।