देवस्थान कर्मचारियों पर आरटीआई कार्यकर्ता को धमकाने का आरोप
उदयपुर। देवस्थान विभाग के सहायक आयुक्त कार्यालय पर आरोप है कि वहां से नारायण सेवा संस्थान के बारे में आरटीआई के तहत मांगी गई सूचनाएं नहीं दी जा रही है। इतना ही नहीं प्रार्थी को धमकाया भी जा रहा है।
प्रतापगढ़ जिले की धरियावद तहसील के गाड़रियावास गांव निवासी लोकेश जीनगर ने बताया कि गत 11 जुलाई को विधिवत आवेदन के बाद उन्हें नौ अगस्त को प्रेषित पत्र में 104 रुपए जमा कराने को कहा गया। श्री जीनगर ने बताया कि वे जब रुपए जमा कराने गए तो वहां के कर्मचारी उन्हें एक-दूसरे के पास चक्कर कटवाते रहे। सहायक आयुक्त डॉ. प्रियंका भट्ट से मिलना चाहा, तो उन्होंने समय नहीं दिया।
बाद में देवस्थान विभाग का कर्मचारी रणजीत कहने लगा कि नारायण सेवा संस्थान की जानकारी लेकर क्या करोंगे? इतनी बड़ी संस्थान से क्यूं पंगा ले रहे हैं? वो आपके साथ कुछ भी कर सकते हैं। आप अपना समय और धन, दोनों बर्बाद कर रहे हों। आप एनएसएस का कुछ नहीं बिगाड़ सकते हो। वो अगर चाहे तो आपको मरवा सकते हैं। आपको अंदर करवा कर आपकी जिदंगी खराब कर सकते हैं। यह सुनकर उन्हें आभास हुआ कि देवस्थान विभाग के कर्मचारी और नारायण सेवा संस्थान में सांठ-गांठ है। इसलिए रणजीतजी मुझे डरा रहे हैं। यह सच है कि पूर्व में एनएसएस ने एक साधक पर झूठा मुकदमा लगाया है, जिससे वह न्यायालय के चक्कर काट रहा है। ऐसे ही एनएसएस ने एक साधक को 10 लाख रुपए गुप्तदान लेने मुंबई भेजा। रास्ते में रुपए चोरी हो गए। उस पर भी झूठा मुकदमा चल रहा है। उसकी जिदंगी खराब की जा रही है।