विज्ञान समिति का 56 वां स्थापना दिवस समारोह
उदयपुर। विज्ञान समिति जैसी संस्थाएं राजस्थान के प्रत्येक जिले में स्थापित की जानी चाहिए जिससे ग्रामीण एवं पिछड़े वर्गों को वैज्ञानिक उपलब्धियों को अवगत कराया जा सके। उनके विकास में ये उपलब्धियां सहयोगी बन सके। ये विचार विभिन्न अतिथियों ने विज्ञान समिति के 56 वें स्थापना दिवस समारोह में व्यक्त किए।
मुख्य अतिथि उद्योगपति बीएच बाफना ने कहा कि विज्ञान समिति जैसी स्वैच्छिक संस्थाओं के व्यापक विस्तार की सामाजिक आवश्यकता है। यह विशिष्ट दक्षता प्राप्त वरिष्ठजनों की विद्वता एवं अनुभव का लाभ उठा रही है। विशिष्ट अतिथि इसरो के पूर्व वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. सुरेन्द्रसिंह पोखरणा ने भी विचार व्यक्त किए।
कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. एल.एल. धाकड़ ने आगंतुकों का स्वागत करते हुए समिति की कार्य पद्धति पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि विज्ञान समिति अपने 15 प्रकोष्ठों- विज्ञान प्रचार प्रसार, प्रशिक्षण, ग्रामोदय, प्रबुद्ध चिंतन, लोकप्रिय व्याख्यानमाला, दर्शन विज्ञान, चिकित्सा, ग्रामीण महिला समूहिकरण, नवाचार महिला, वरिष्ठ महिला, ग्रामीण महिला चेतना शिविर, अभावग्रस्त महिला सेवा, महिला समृद्धि कोष के द्वारा शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 159 ख्यातिप्राप्त वरिष्ठ विद्वान सदस्यों के माध्यम से कार्य कर रही है। इस वर्ष गठित छात्रवृति प्रकोष्ठ के अंतर्गत स्थापना समारोह में 11 विद्यालयों के 53 छात्राओं को एक लाख एक हजार रुपए की छात्रवृत्ति प्रदान की। यह छात्रवृत्ति सदस्यों एवं दानवीरों के आर्थिक सहयोग से दी गई। दसवीं में माध्यमिक बोर्ड की परीक्षा में जिले में प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्राप्त करने पर अनुप्रेक्षा जैन व मोनिका कंवर शक्तावत को चार-चार हजार रुपए छात्रवृति के रूप में प्रदान किए गए।
समिति द्वारा आयोजित विज्ञान और अध्यात्म पर सेमीनार का सोविनियर, विज्ञान समिति फोल्डर एवं समिति डायरेक्ट्री का भी मुख्य अतिथि ने विमोचन किया। नगर में विशिष्ट सेवा कार्य करने वाले डॉ. पीसी जैन (वर्षा जल संरक्षण प्रसार), अरिका अब्राहम (पशु चिकित्सा एवं सेवा), योगेश कुमार पालीवाल (आदर्श शिक्षक), श्रीकृष्ण जुगनू (राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक), फखरुद्दीन चक्की वाला (इस्लामिक विद्वान एवं लेखक) का सम्मान किया गया। समिति ने शहर के विकास, समाज कल्याण, ग्रामीण विकास, अन्य संस्थाओं में विशिष्ट कार्य करने वाले अपने सदस्यों मांगीलाल लुणावत, किरणमल सावनसुखा, गणेश डागलिया, डॉ. बी. एल. बसेर, शकुन्तला धाकड, केएस नाहर, डॉ. अनुराग तलेसरा, इंजी. आर. के. चतुर का भी सम्मान किया। समिति को नए आयाम प्रदान करने वाले सदस्यों डॉ. एल. एल. धाकड़, डॉ. केएल तोतावत, एलएल चण्डालिया, पुष्पा कोठारी, प्रो. सुशीला अग्रवाल, रमेश भटनागर, मुनीष गोयल, डॉ. के. एल. मेनारिया, प्रो. जेएन कविराज, इंजी. जे. एस. दवे, प्रकाशचन्द्र तातेड़ को भी सम्मानित किया गया। नए वरिष्ठ संरक्षक सदस्य डॉ. यशवन्त कोठारी, संरक्षक सदस्यचन्द्रा भण्डारी को सम्मानित किया। इसी क्रम में अमेरिका निवासी जी.बी.एच. अमेरिकन हॉस्पिटल के प्रबंध निदेशक डॉ. किर्ती के.जैन को विज्ञान समिति की मानद सदस्यता स्वीकार करने पर उनका अभिनंदन किया गया। विज्ञान समिति की नई कार्यकारिणी 2014-16 की पदस्थापना की गई। इसमें डॉ. केएल कोठारी, डॉ. एल.एल. धाकड़ एवं डॉ. के एल तोतावत को अध्यक्ष, कार्यकारी अध्यक्ष एवं महासचिव के साथ 37 सदस्य शामिल किए गए। उद्योगपति हेमन्त बोहरा ने जम्मू कश्मीर में बाढ़ पीढि़तों की सहायतार्थ हेतु विज्ञान समिति को पहल करने के लिए आह्वान किया। संचालन विज्ञान समिति के महासचिव डॉ. के.एल. तोतावत ने किया।