उदयपुर। रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3052 के प्रान्तपाल रमेश अग्रवाल ने कहा कि किसी भी कार्य के लिए दिये जाने वाले दान का आंकलन उसके मूल्य से नहीं वरन देने वाले की भावना से करना चाहिये। रोटरी की अमिट पहिचान सिग्नेचर प्रोजेक्ट से बनेगी।
वे रोटरी क्लब एलिट की अधिकारिक यात्रा के अवसर पर आयोजित समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे। उन्होंंने कहा कि नि:स्वार्थ भाव से किया गया दान निश्चित रूप से फलदायी होता है। रोटरी अन्तर्राष्ट्रीय द्वारा प्रति वर्ष विश्व में हजारों रोटरी क्लबों द्वारा किये जाने वाले सेवा कार्यों पर करीब 800 करोड़ रूपयें खर्च करती है लेकिन सही तरीके से वे सेवा कार्य जनता तक नहीं पहुंच पाते।
अग्रवाल ने कहा कि रोटरी क्लबों को स्कूलों में फर्नीचर, हॉस्पीटल में सेनीटेशन पर कार्य किये जाने को प्राथमिकता देनी चाहिये। बडी़ सोच के साथ सेवा के बड़े कार्यक्रम हाथ में लेने चाहिये ताकि अधिकाधिक जनता लाभान्वित हो सकें। सरकार जहां विद्यालयों में विद्यार्थियों के लिए मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं करा पा रही है, ऐसे में रोटरी ने ऐसे विद्यालयों का चयन किया है जहां के विद्यार्थी बहुत ही दयनीय स्थिति में मूलभूत सुविधाओं के बगैर शिक्षा अर्जित कर रहे है, वहां रोटरी उन विद्यालयों में सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराने का प्रयास कर रही है।
इस अवसर पर सहायक प्रान्तपाल निर्मल कुणावत ने कहा कि ने कहा कि टीम वर्क के रूप में किया जाने वाला कार्य निश्चित रूप से सफल होता है। प्रारम्भ में क्लब अध्यक्ष पुनीत सक्सेना ने गत दो माह के दौरान किये गये सेवा कार्यों के बारें में बताया। उन्होंने बताया कि क्लब भैसड़ाकलां पंचायत समिति के आगडोडिया स्कूल को गोद लेकर उसका सर्वांगीण विकास किया जाएगा। इस अवसर पर साधना तलेसरा व ईशा जैन ने संगीतमय नृत्य की प्रस्तुतियां दी। सचिव बसंत सागर ने धन्यवाद दिया।