कांग्रेस पर्यवेक्षकों की बैठक में निकला आक्रोश
उदयपुर। निकाय चुनाव को लेकर देहात जिला कांग्रेस व शहर जिला कांग्रेस की शुक्रवार को विज्ञान समिति, अशोक नगर में हुई संयुक्त बैठक में पर्यवेक्षकों के समक्ष जहां शहर जिला कांग्रेस की गुटबाजी कायम रही वहीं देहात कांग्रेस का मंच पर कब्जा रहा।
प्रदेश कांग्रेस के पर्यवेक्षक पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया, पूर्व संसदीय सचिव रामकेश मीणा, वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुरेश मिश्रा की मौजूदगी एवं देहात कांग्रेस जिलाध्यक्ष लालसिंह झाला, शहर जिलाध्यक्ष नीलिमा सुखाडिया की अध्यक्षता में हुई बैठक में शहर कांग्रेस के आधे से अधिक पदाधिकारी नहीं थे। ये सभी पदाधिकारी वीरेन्द्रा वैष्णैव गुट के थे जिन पर डॉ: सीपी जोशी समर्थक होने का ठप्पाे है।
पर्यवेक्षकों ने कार्यकर्ताओं से पूछा तो कार्यकर्ताओं ने सीधे और स्पगष्टज तौर पर कहा कि एक ही जाजम पर बैठकर पार्षद प्रत्याछशियों के टिकट तय किए जाएं। प्रत्याशियों का चयन यहीं पर होना चाहिए। यहां की बैठक को औपचारिक मानकर टिकट जयपुर से फाइनल नहीं हों। शहर जिला के ब्लॉयक अध्यऔक्ष मुजीब सिद्दीकी एवं पूरण मेनारिया को मंच पर नहीं बैठाने को लेकर भी कतिपय कार्यकर्ताओं ने रोष जताया।
प्रवक्ता हेमन्त श्रीमाली ने बताया कि पर्यवेक्षकों ने चुनाव में 4 बार से बोर्ड पर काबिज भाजपा को हटाकर कांग्रेस पार्टी को काबिज करने का संकल्पु दिलाया।इसके लिए पर्यवेक्षक प्रमोद जैन भाया ने निर्देश दिये तथा उम्मीदवारी के लिए आवेदन करने वालों के लिए आवेदन जारी किया जो शहर जिला कांग्रेस एवं देहात जिला कांग्रेस के कार्यालयों में 12 अक्टूबर से दिए जाएंगे। इन्हेंे भरकर जमा कराने की अंतिम तिथि 20 अक्टूबर है।
पर्यवेक्षकों ने विश्वास दिलाया कि टिकट वितरण पूरी पारदर्शिता के साथ करते हुए जिताऊ उम्मीदवार को दिया जाएगा जिसके लिए जिलाध्यक्ष सहित सभी वरिष्ठ कांग्रेसजनो से चर्चा की जायेगी। आवश्यकता होने पर टिकट चयन हेतु वार्डों का दौरा भी किया जाएगा। बैठक में पूर्व विधायक त्रिलोक पूर्बिया, सज्जन कटारा, जिला प्रमुख मधु मेहता, उपजिला प्रमुख श्यामलाल चौधरी, इंटक कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष जगदीशराज श्रीमाली, वरिष्ठ नेता रोशन शर्मा, मथुरेश नागदा उदयपुर शहर एवं देहात जिला कांग्रेस कमेटी के सभी पदाधिकारी, ब्लॉक अध्यक्षगण, प्रधान, अग्रिम संगठनो के पदाधिकारीगण सहित सभी पार्षद उपस्थित थे।