जन्मशताब्दी समारोह के समापन पर हुई भक्ति संध्या
उदयपुर। सुगुरु का वंदन शत शत बार.. आज मेरी तू सुन ले ओ बाबा भीखन, गुरुवर को निकट बिठाये.. जैसे गीत जब रविवार शाम महाप्रज्ञ विहार में गूंजे तो पूरा महाप्रज्ञ विहार ओम अर्हम की ध्वनि से गूंज उठा।
मौका था तेरापंथी सभा और तेरापंथ युवक परिषद की ओर से आचार्य तुलसी जन्म शताब्दी समारोह के समापन की शृंखला में भुवाणा स्थित महाप्रज्ञ विहार में आयोजित भक्ति संध्या का। इसमें बेंगलुरु से आए गायक संदीप बरडिय़ा एवं भीलवाड़ा के आठ वर्षीय नन्हें गायक ऋषि दुग्गड़ ने अपनी मधुर आवाज से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। बरडिय़ा ने कहा कि आचार्य ने अणुव्रत आंदोलन के माध्यम से राष्ट्रहित के साथ-साथ अनुशासित व मर्यादापूर्ण जीवन जीने की सीख दी। आचार्य तुलसी जैसी महान विभूति कभी-कभी पैदा होती है।
भुवाणा स्थित महाप्रज्ञ विहार में तेरापंथी सभा के धर्मनुरागी भाई-बहनों एवं गणमान्य की उपस्थिति में बेंगलुरु के संदीप बरडिय़ा ने तुलसी-भक्ति-गीतों से अदभुत समा बांध दिया। उनके साथ भीलवाड़ा के आठ वर्षीय ऋषि दुग्गड़ ने जब अपनी सुर सरिता बिखेरी तो पांडाल में मौजूद सभी वाह वाह कर उठे। ऋषि ने तुम राम हो हमारे, घनश्याम हो हमारे, दर्शन दिया करो.., आंधी और तूफाना में रुक्या न जो व्यवधाना में, नैणा में म्हारे बसै सदा तुलसी धणी..,मैं हूं तेरा भक्त तुलसी, तुम ही मेरे राम हो.. गुरुजी तुम ही मेरे राम हो.., चमके दुनिया में देखो लाडनूं रो हीरो, ओ लाडनूं रो हीरो, लाडाजी रो वीरो.. वदना नंदन सुखकार, जपो नाम तुलसी का.. तुलसी का रे.. तुलसी का भक्ति गीतों की प्रस्तुति दी।
एक शाम तुलसी के नाम भजन संध्या की शुरूआत ऋषि ने की। इसके बाद उन्होंने एक से बढक़र एक भजन पेश कर समां बांध दिया। भक्ति गीत पेश कर वहां मौजूद लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उधर संदीप बरडिय़ा ने तुलसी का दिव सितारा, तुलसी को बुलाऊंगा.. सहित प्रसिद्ध आचार्य तुलसी रचित विभिन्न गीतों की तान छेड़ी तो सभी उसी में खो गए।
आरंभ में तेरापंथी सभा के अध्यक्ष राजकुमार फत्तावत ने स्वागत करते हुए तुलसी जन्मशताब्दी वर्ष के तहत सभा द्वारा वर्ष भर में कराए गए कार्यक्रमों की रूपरेखा प्रस्तुत की। तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष अभिषेक पोखरना ने संध्या का संचालन किया। मंगलाचरण राकेश चपलोत ने किया। इससे पूर्व सभा के उपाध्यक्ष अर्जुन खोखावत, सुबोध दुग्गड़, दीपक सिंघवी, राजकुमार कच्छारा, मंत्री सूर्यप्रकाश मेहता, तेयुप मंत्री अजीत छाजेड़, प्रदीप सोनी, ओम खोखावत, धीरेन्द्र मेहता, विनोद माण्डोत आदि ने दोनों गायकों का शॉल, उपरणा, मेवाड़ी पगड़ी एवं स्मृति चिह्न भेंटकर सम्मान किया।