उदयपुर। गंगा नदी में सुधार के लिए गंगा नदी के पूरे बेसिन में स्वच्छता के कार्य करने होंगे। उदयपुर गंगा नदी के बेसिन में है, इसलिए उदयपुर व बेसिन के समस्त गावों- शहरों के तालाबों, पहाड़ों व नदियों को सुधारना होगा।
ये विचार शनिवार को डॉ. मोहनसिंह मेहता मेमोरियल ट्रस्ट में आयोजित संवाद में झील संरक्षण समिति के सहसचिव अनिल मेहता ने व्यक्त किये। गंगा किनारे के पीएनएन कॉलेज कानपुर उत्तरप्रदेश के वनस्पति विज्ञान की स्नातकोत्तर छात्राओं व प्राध्यापकों को सम्बोधित करते हुए मेहता ने उदयपुर में आयड़ नदी के शुद्धिकरण की ग्रीनब्रिज योजनाए संस्थाओं द्वारा किए जा रहे पर्यावरण संरक्षण कार्य की जानकारी दी। दल विभागाध्यक्ष डॉ. ज्योति कुमार के नेतृत्व में उदयपुर आया हुआ है।
ट्रस्ट सचिव नन्द किशोर शर्मा ने दल को स्वैच्छिकता एवं झीलों के संरक्षण के नागरिक प्रयासों से अवगत करते हुए कहा कि जल स्त्रोतों का संरक्षण व्यापक जनभागीदारी से ही हो सकता है। डॉ. कुमार ने कहा कि उदयपुर के अनुभवों से कानपुर में भी वैज्ञानिक जनप्रयास प्रारम्भ करने में मदद मिलेगी।