उदयपुर। रविवार शाम नाट्यांश सोसायटी द्वारा गुलाबबाग, पिछोला पाल, एवं फतेहसागर पाल पर नुक्कड़ नाटक परेड थम का सफल मंचन हुआ जिसमे की भारत के संविधान में बताये गए कर्तव्यों की आज की दशा का वर्णन किया गया।
परेड थम नुक्कड़ नाटक आधारित है भारत की आज़ादी के समय बनी कई महत्वपूर्ण चीजों का जिसमें सबसे महत्वपूर्ण है, हमारा संविधान। जैसा कि हमें पता है हमारा संविधान 2 साल 11 महीने और 18 दिन में बड़ी से बना था परन्तु आज आज़ादी के 64 साल बाद भी कितने ही लोग हमारे संविधान की अनदेखी करते है, जिस महान संविधान पर भारतवासियों को गर्व होना चाहिए उसी संविधान को दरकिनार करके लोग आगे चल देते है। आज का यह आलम है कि कितने लोग जानबूझ कर नियमो की अवहेलना कर देते है। कुछ इसी प्रकार के मुद्दों एवं घटनाओ और संविधान में दिए गए कर्तव्यों को सम्मिलित करके ‘परेड थम्म’ नुक्कड़ का मंचन किया गया।
नाट्यांश संस्था के संयोजक अब्दुल मुबीन खान पठान ने बताया कि नाटक का लेखन एवं निर्देशन अशफ़ाक नूर खान द्वारा किया गया जिसमे अमित श्रीमाली, श्लोक पिम्पलकर, मोहम्मद रिजवान मंसूरी, नेहा पुरोहित, आयुष माहेश्वरी, रेखा सिसोदिया द्वारा अभिनय किया गया। सभी कलाकारों ने नाटक के सफल मंचन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई एवं दर्शको को अपने जीवन में इन कर्तव्यों को उतरने का निवेदन किया। नाटक के मंचन के बाद कई दर्शकों ने नाटक को सराफा और आगे से अपने आप में सुधर लेन की बात भी कही।