सिफारिश के बाद प्रत्याशी का बागी खड़ा होना भारी पड़ेगा नेताओं को
उदयपुर। नगर निगम के चुनाव में कांग्रेस ने बागियों के साथ समझाइश का दौर पूरा हो चुका है। कांग्रेस के 16 बागियों ने चुनाव से नाम वापस ले लिए वहीं दूसरी और कांग्रेस के तीन प्रत्याशियों ने नाम वापस लेने से मना कर दिया।
ऐसा माना जा रहा है कि तीनों प्रत्याशियों वार्ड 4 से अजय पोरवाल, वार्ड 14 से राशिद खान एवं 44 से नजमा मेवाफरोश को पार्टी से आज पर्यवेक्षक प्रमोद जैन भाया के आने पर निष्कासित किया जा सकता है वहीं इन बागी होने से पूर्व इनकी सिफारिश करने वाले नेताओं देहात जिलाध्यक्ष लालसिंह झाला, पूर्व विधायक सज्जन कटारा एवं गोपाल शर्मा (गोपजी) को महंगा पड़ सकता है।
प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट के फार्मूले के अनुसार प्रत्याशियों की जिन नेताओं ने सिफारिश की थी। टिकट नहीं मिलने पर अगर वे बागी खड़े हुए तो उन पर भी कार्रवाई की जाएगी। इसके तहत लालसिंह झाला एवं गोपाल शर्मा (गोपजी) ने अजय पोरवाल की, पूर्व विधायक सज्जन कटारा ने राशिद खान की सिफारिश की थी।
देहात कांग्रेस जिलाध्यक्ष लालसिंह झाला एवं रघुवीर सिंह मीणा ने वार्ड चार से अजय पोरवाल, वार्ड 9 से कान्ता पालीवाल, 55 से अरूण टांक, 37 से एनके जैकब, 4 से मुजीबुदीन खान, 19 से भंवरलाल जैन, 24 से आशा मालवीया, 38 से राजिया बानो, 25 से चांदमल साहू, 44 नजमा मेवाफरोश से, नेता प्रतिपक्ष दिनेश श्रीमाली ने वार्ड 26 से दिनेश राव, लोकेश नागदा से अधिकृत प्रत्याशी के समर्थन में नाम वापस लेने को कहा।
कांग्रेस के बागियों में वार्ड 2 से किशन मेघवाल, वार्ड 55 से अरूण टांक ने प्रदेश कांग्रेस सचिव गोपाल शर्मा के साथ, वार्ड 4 से मुजीबुदीन, वार्ड 8 से नूर बानो, 19 से भंवरलाल जैन, 24 से आशा मालवीय, 37 से एन के जेकब, 38 से रजिया बानो, शकीला बानो, 46 से साहिबा शेख, 48 से शब्बीर हुसैन ने पूर्व सांसद रघुवीरसिंह मीणा एवं देहात कांग्रेस जिलाध्यक्ष लालसिंह झाला से बातचीत के बाद नामांकन उठाए। वार्ड 26 से दिनेश राव एवं लोकेश नागदा ने प्रतिपक्ष नेता दिनेश श्रीमाली के आग्रह पर, 41 से विवेक सामर ने पूर्व जिलाध्यक्ष रामचन्द्र मेनारिया, 5 से योगेश धाबाई ने प्रदेश कांग्रेस सचिव विरेन्द्र वैष्णव के आग्रह पर नामांकन उठा लिए।