उदयपुर। लायंस क्लब उदयपुर की ओर से लोक कला मण्डल मे प्रस्तुति देने आये विश्व विख्यात ड्रम वादक शिवामनी एवं सूफी गायिका रूना रिजुवनी ने कहा कि संगीत कण-कण में व्याप्त है। उस संगीत को समझ करअपनी तरीके से प्रस्तुत करना आना चाहिये। हर दिन संगीत का नया जन्म होता है।
उन्होंने आज होटल शेरेटन में पत्रकारों से मुखातिब होते हुए उक्त बात कहीं। उन्होंने कहा कि यह बड़ी खुशी एवं भावनात्मक सी बात है कि अगस्त 2011 को राजस्थान में ही एक प्रोग्राम में हम दोनों की मुलाकात हुई और आज शादी के बाद पहली बार उदयपुर मे ही हम फिर एक ही मंच से प्रस्तुति देने के लिए आये है।
बॉलीवुड के जाने माने संगीतकारों के साथ काम करने वाले एंव दिग्गज संगीतकारों को अपना आदर्श मानने वाले शिवामनी ने कहा कि संगीत में हर दिन कुछ नया है। संगीत बहुत कुछ सीखा जाता है। मैं प्रतिदिन संगीत के साथ जीता हूं,सोता हूं और उसका आनन्द लेता हूं। एक सवाल के जवाब में शिवामनी ने कहा कि मैरे लिए मैरे दिल की धडकन ही मेरे ड्रम की पहली धुन है।
रूना रिजवी ने बड़े ही व्यंग्यात्मक रूप मे कहा कि मैं स्वयं जयपुर के पास मण्डावा से हूं। इसलिए शिवा मनी राजस्थान के जंवाई है। रूना ने कहा कि सूफी संगीत मुझे इसलिए पसन्द है क्योंकि सूफी संगीत, कलाम रूह को सुकून देते है। उन्होंने बताया कि शादी के बाद अब वह शिवामनी से ड्रम प्ले करना भी सीख रही है। शीघ्र ही इनका तू ही तू नामक वीडियो एलबम आ रहा है। इसमें बिलकुल नये रूप में संगीत दिया गया है। इस अवसर पर लायन्स क्लब उदयपुर के अध्यक्ष राजेश खमेसरा, सचिव मनीष बाहेती, शैलेष व्यास आदि मौजूद थे।