पंचायतीराज संस्थाओं के चुनाव को लेकर कांग्रेस ने तैयार की रणनीति
उदयपुर। देहात जिला कांग्रेस ने जनवरी में होने वाले पंचायतीराज संस्थाओं के चुनाव को देखते हुए संगठन एवं जनप्रतिनिधियों को सक्रिय करते हुए कार्यालय पर जिलाध्यक्ष लालसिंह झाला की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें गांव की चौपाल से ग्रामीणों को जोड़ने पर बल दिया गया।
प्रवक्ता हेमन्त श्रीमाली ने बताया कि बैठक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष रघुवीरसिंह मीणा एवं जिला प्रमुख मधु मेहता के आतिथ्य में सम्पन्न हुई। बैठक में कांग्रेस के सदस्यता अभियान एवं ग्राम पंचायतो की मतदाता सूचियों हेतु ब्लॉक अध्यक्षों एवं पार्टी पदाधिकारियो को निर्देशित किया गया कि मतदाता सूचियों में कार्यकर्ता पूर्ण सक्रियता दिखाते हुए प्रशासन को किसी प्रकार के राजनैतिक दबाव में नियम विरूद्ध कार्य नहीं करने दे।
जिलाध्यक्ष झाला ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि अभी सम्पन्न नगर निकाय के चुनाव में भाजपा ने प्रशासन को दबाव मे लाकर आचार संहिता की धज्जियां उडाते हुए निष्पक्ष चुनाव को प्रभावित किया और जनता पुनः भाजपा के बहकावे में आ गई। उन्होंने पदाधिकारियों का आह्वान किया कि गांव की चौपालो पर बैठकर पूर्ववर्ती गहलोत सरकार के 5 वर्षों के कार्यकाल एवं 1 वर्ष के वसुन्धरा सरकार के कार्यकाल की तुलना कर आम जनता और कार्यकर्ताओं को समझावे कि वसुन्धरा राजे द्वारा सत्ता में आने से पूर्व किसानों, मजदूरों एवं युवाओं को कई सब्जबाग दिखाये गये, वो एक वर्ष में एक भी कार्य प्रारम्भ भी नही कर पाये।
पूर्व सांसद रघुवीर मीणा ने कहा कि पंचायतीराज चुनाव हेतु कांग्रेस का कार्यकर्ता तैयार है और इस हेतु जिला कांग्रेस द्वारा वरिष्ठ नेताओं को प्रभारी बनाकर प्रत्येक पंचायत समिति एवं ब्लॉक स्तर पर पहले सम्मेलन आयोजित किये जाये उसके बाद गांव की चौपालो पर बैठकर जिला स्तर एवं ब्लॉक स्तर के नेता पार्टी को चुनाव जिताने हेतु रणनीति गांव के ही कार्यकर्ताओं की राय के अनुसार बनानी होगी। बैठक में वक्ताओं ने जमीनी स्तर पर कार्य करने, कार्यकर्ताओं का हौंसला बढाने हेतु कार्य करने की आवश्यकता बताई। बैठक में इंटक नेता जगदीशराज श्रीमाली, महामंत्री मथुरेश नागदा, सचिव देवेन्द्रसिंह शक्तावत, कमलसिंह चौधरी, रेशमा मीणा, जमनालाल मोड़ आदि उपस्थित थे।