भाजपा देहात जिलाध्यक्ष पर ग्रामीणों ने के गंभीर आरोप
उदयपुर। पुलिस और भू-माफियाओं की सांठ-गांठ से तंग बलीचा के देवाली गांव में ग्रामीणों ने आज सुबह एक भूमि दलाल कमलसिंह को गांव के बीच लोहे के पोल से बांध दिया। शिकायत गोवर्धनविलास थाने पहुंचने पर पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। समझाइश कर पुलिस ने भूमाफिया को वहां से छुड़ाया और थाने ले गए, जहां ग्रामीणों ने पुलिस के समक्ष पुलिस अधिकारियों के साथ भाजपा देहात जिलाध्युक्ष तखतसिंह पर गंभीर आरोप लगाए।
सूत्रों के अनुसार हिरणमगरी सेक्टर 14 निवासी कमलसिंह पुत्र मदनसिंह राजपूत आज सुबह बलीचा गांव में घूम रहा था। इसी दौरान ग्रामीणों ने उसे देखा और दबोच लिया। बाद में ग्रामीण कमलसिंह को रामजी गमेती की किराणा की दुकान पर ले गए, जहां उसे रस्सी से लोहे के पोल से बांध दिया। करीब दो घंटे तक कमलसिंह वहीं बंधा रहा। इसकी सूचना गोवर्धनविलास थाने पहुंची तो पुलिस ग्रामीणों को समझाइश करके कमलसिंह को छुड़ा ले गई। आरोप है कि एक वर्ष पूर्व कमलसिंह ने नारूजी पुत्र प्रहलाद गमेती से एक बीघा जमीन 65 लाख में खरीदी थी। उस दौरान कमलसिंह ने नारूजी को 12 लाख 80 हजार रुपए दिए थे। बकाया रकम के मेवाड़ आंचलिक ग्रामीण बैंक के 17 चैक दिए थे। नारूजी पिछले एक साल से बकाया रकम का तकाजा कर रहा था, लेकिन कमलसिंह उसे चक्कर दे रहा था। साथ ही कमलसिंह ने एक बीघा से लगी आठ बिस्वा जमीन भी धोखे से अपने नाम करवा ली थी। इसी बात पर दोनों के बीच अनबन चल रही थी। इसी प्रकार गांव के देवीलाल पुत्र मिठूलाल की एक बीघा जमीन में से दो हजार स्क्वायर फीट जमीन भी कमलसिंह ने खरीदी थी। इसकी एवज में दो लाख रुपए तो देवीलाल को दे दिए, लेकिन तय राशि आठ लाख हुई थी और छह लाख के लिए वह देवीलाल को चक्कर कटवा रहा था। इससे नाराज ग्रामीणों ने कमलसिंह को बांध दिया।
पुलिस अधिकारियों पर लगे गंभीर आरोप : यह सूचना मिलने पर कम्युनिस्ट नेता मेघराज तावड़ मौके पर पहुंच गए। हालात को बिगडऩे से बचाया। उनके सामने ग्रामीणों ने कमलसिंह के साथ ही पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी गंभीर आरोप लगाए। पीडि़त नारूजी का कहना था कि कमलसिंह के खिलाफ उसने गोवर्धनविलास थाने में 52 लाख की धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
देवली के नाम करवाता था जमीनें : पता चला है कि कमलसिंह आदिवासियों से जमीनें देवाली निवासी देवली के नाम करवाता है। इसकी एवज में देवली को कुछ रकम दी जाती है। आरोप है कि इस गोरखधंधे में भाजपा के देहात जिलाध्यक्ष तख्तसिंह शक्तावत भी शामिल है। तख्तसिंह शक्तावत पर यह आरोप ग्रामीणों ने पुलिस के समक्ष भी लगाए।