उदयपुर। लम्बे समय से गोताखोरों की कमी से जूझ रही झीलों की नगरी को जल्द ही गोताखोर मिल जाएंगे। राज्य सरकार ने नगर निगम को छह गोताखोरों के पद सृजित करने के आदेश दिए हैं। अब नगर निगम इन पदों के लिए जल्द ही प्रक्रिया शुरू करेगा।
मेयर चन्द्रसिंह कोठारी ने बताया कि छह गोताखोरों की राज्य सरकार से स्वीकृति मिल गई है। इन पर भर्ती प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जाएगी। तीन दिन पूर्व आयड़ में अनियंत्रित फायर ब्रिगेड द्वारा हुए हादसे के बाद ट्रेंड फायरमैन के पदों के लिए भी स्वीकृति मांगी जा रही है।
उल्लेखनीय है कि विश्व के सबसे सुंदरतम शहरों में सबसे पहले स्थान पर आई झीलों की नगरी में झीलें तो हैं लेकिन अगर उनमें कोई हादसा हो जाए तो बचाने वाला कोई उपलब्ध नहीं होता। ऐसे में सफाईकर्मी छोटू हेला की सेवाएं लेनी पड़ती हैं या फिर वर्षों से गोताखोरी करने वाले लोगों को भेजा जाता है।
फायर स्टेशनों की भी कमी : शहर की आबादी दिन ब दिन बढ़ती जा रही है उस हिसाब से फायर स्टेशन भी बनने चाहिए लेकिन कई सालों से एक फायर स्टेशन अशोकनगर में ही था। दूसरा फायर स्टेशन 2010 में मादड़ी इंडस्ट्रीयल एरिया में बनाया गया लेकिन वहां से ज्यादा गाडिय़ां संचालित नहीं होती जबकि शहर की तंग गलियों के लिए छोटी गाडिय़ां अशोकनगर में बाकी की गाडिय़ां को प्रतापनगर , गोवर्धन विलास, फतहपुरा आदि जगह स्टाफ सहित खड़ी करनी चाहिए।