उदयपुर। हिन्दुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अखिलेश जोशी ने कहा कि हिन्दुस्तान जिंक भारत की तैराकी में ओपन वाटर तैराकी इण्टरनेशनल चैम्पियन भक्ति शर्मा को एक वर्ष के लिए बालिकाओं में तैराकी को प्रोत्साहित करने के लिए प्रायोजित करेगा। इस एक वर्ष के दौरान भक्ति शर्मा उदयपुर से 10 बालिकाओं को तैराकी क्षेत्र में तैयार करेंगी। आज हिन्दुस्तान जिंक एवं भक्ति शर्मा ने इस समझौते के ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
वे आज यहां हिंदुस्ताशन जिंक के स्व्रूपसागर स्थित यशद भवन कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्हों ने बताया कि 4 जनवरी, 2015 को उदयपुर निवासी राजस्थाहन की जलपरी के नाम से विख्याोत भक्ति नया विश्वभ रिकॉर्ड बनाने जा रही हैं। वे अन्टार्कटिका महासागर में ढाई किलोमीटर की दूरी तैराकी से तय करेंगी। अब तक यह विश्वन रिकॉर्ड साउथ अफ्रीका के लुइस पुग के नाम है जिन्होंने अन्टार्कटिका महासागर में एक किलोमीटर की दूरी तय की है। भक्ति अगर यह रिकॉर्ड बना लेती हैं तो न सिर्फ उदयपुर, राजस्थािन और भारत के लिए बल्कि विश्वह के लिए गर्व की बात होगी कि एक महिला ने पुरुष का विश्वर रिकॉर्ड तोड़ा।
जोशी ने बताया कि हिन्दुस्तान जिंक ने सदैव खेलों को प्रोत्साहित किया है। इससे पूर्व ओलम्पिक में जाने के लिए एथलीट कृष्णान पुनिया को पूरा सपोर्ट किया। हमें खुशी है कि भक्ति शर्मा की तैराकी को प्रोत्साहित करने के लिए एक साल तक सहयोग व प्रायोजित करेंगे। साथ ही तैराकी में रुचि रखने वाली लड़कियों के लिए भक्ति प्रेरणास्रोत का काम करेगी।
मुख्य वित्तीतय अधिकारी अमिताभ गुप्ताय ने बताया कि भक्ति ने ढाई साल की उम्र से तैराकी की शुरूआत की और गत 10 वर्षों से ओपन वाटर तैराकी-तालाब, नदियों, समुद्रों एवं महासागरों में तैरने में महारत हासिल की। भक्ति का ओपन तैराकी में विश्वे की सबसे छोटे उम्र की चार महासागर, तथा आठ चैनल एवं समुद्रों में तैराकी करने का विश्वि रिकॉर्ड है। यह रिकार्ड भक्ति ने 2004 से 2010 के मध्य बनाया। ओपन वाटर तैराकी के क्षेत्र में भक्ति शर्मा को सन 2010 में राष्ट्रपति द्वारा तेनजिंग नोर्गे नेशनल एडवेंचर अवार्ड से पुरस्कृत किया गया। सन 2006 में राजस्थान सरकार ने भक्ति शर्मा को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया।
हेड-कार्पोरेट कम्यूनिकेशन पवन कौशिक ने बताया कि जिंक ने अब तक कई खिलाडि़यों को प्रायोजित कर प्रोत्सानहित किया है और सदैव अग्रणी रहेगा। खेल से जुड़ी उनकी हर समस्याि का समाधान किया जाएगा।
भक्ति एवं उनकी माता लीना शर्मा ने बताया कि वर्ष भर से इस अभियान के लिए तलाशे जा रहे प्रायोजक की उम्मीमद जब आज पूरी हुई तो लगा कि भगवान का ही हाथ सिर पर आ गया है। जिंक भगवान के स्वमरूप में हमारे उपर आया है। उम्मीगद ही नहीं, विश्वाजस है कि हम अभियान में विजय हासिल करेंगे। लीना भक्ति की माता होने के साथ उनकी कोच भी हैं।