मकान खाली करवाने के लिए बुलाया गया हिस्ट्रीशीटर भी पकड़ा, पिस्टल, कारतूस बरामद
उदयपुर। भूपालपुरा थाना पुलिस ने लोन दिलवाने का काम करने वाले व्यक्ति के पास से भारी मात्रा में फर्जी सरकारी सीलें बरामद कर तीन जनों को गिरफ्तार किया है। इनमें मकान खाली करवाने के नाम पर कोटा से बुलाया गया एक हिस्ट्रीशीटर भी शामिल है। इनसे पुलिस ने दो पिस्टल, जिंदा कारतूस व खोल भी बरामद किए।
पुलिस अधीक्षक अजयपाल लाम्बा ने बताया कि देहलीगेट के पास स्थित मेहता चैम्बर में केशव बागड़ी के ऑफिस में फर्जी सरकारी सीलें होने सम्बन्धी भूपालपुरा थानाधिकारी चांदमल सिंगारिया को मुखबिर की सूचना मिली। इस पर एएसपी डॉ. राजेश भारद्वाज एवं डिप्टी माधुरी वर्मा के नेतृत्व में सिंगारिया एवं टीम ने संयुक्त कार्यवाही कर ऑफिस पर छापा मारा जहां से केशवलाल पुत्र रामलाल बागडी़ निवासी हिरणमगरी से. 7, प्रिन्स पिता रामदयाल खटीक निवासी कोटा शहर व अमित पिता गणपत लाल सोनी निवासी जडि़यों की ओल घण्टाघर को गिरफ्तार किया। बागडी़ से विभिन्न व्यक्तियों के नाम के खाली स्टाम्प पेपर तथा विभिन्न सरपंचों, पदेन सचिव, तहसीलदार गिर्वा, उप पंजीयक प्रथम व द्वितीय तथा विभिन्न संस्थाओं के नाम की कुल 31 रबर सीलें (मोहरें) जब्ती की।
अभियुक्त प्रिन्स खटीक के कब्जे से एक देसी पिस्टल व एक जिन्दा कारतूस व एक कारतूस खाली खोल जप्त किया गया। अमित से एक देसी पिस्टल, एक जिंदा कारतूस व एक कारतूस का खाली खोल जब्त् किया गया।
बागडी़ ने पूछताछ में बताया कि वह अपने आफिस में लोगो को विभिन्न बैंकों व वितिय संस्थाओ से लोन दिलवाता है। उसके व लोकेन्द्र सिंह चावडा़ के मध्य नेला गांव स्थित एक मकान के कब्जे को खाली कराने का विवाद है। विवाद निपटाने के लिये उसने प्रिन्स कुमार खटीक व अमित सोनी को बुलाया। घटना को अंजाम देने से पूर्व ही पुलिस ने पकड़ लिया।
प्रिन्स खटीक ने बताया कि बागडी़ ने चावडा़ से कब्जा खाली करवाने के लिये 7 से 10 लाख रुपए देने की बात तय की थी। इसके पेटे पूर्व में 50 हजार रुपए नकद दे चुका है। अभी बागडी़ के बुलावे पर कब्जा खाली करवाने के लिये आया था। इससे पूर्व बागडी़ व अमित सोनी 2011 में थाना सूरजपोल में फर्जी दस्तावेज तैयार करने के मामले में गिरफ्तार हुये थे। उस समय भी केशव लाल के इसी कार्यालय से काफी रबर सीलें बरामद हुई थी।
गत एक नवम्बरर को भी मुजरिमों ने मकान का कब्जा खाली करने के लिये लोकेन्द्र सिंह चावडा़ व उसके किरायेदार को धमकाया तथा हथियार दिखाये। इसका प्रकरण भी थाना गोवर्धन विलास पर दर्ज है। उसके बावजूद चावडा़ द्वारा कब्जा खाली न करने के कारण दुबारा उसके साथ घटना करने की योजना बना रहे थे। पूर्व में भी केशव बागडी के कहने पर प्रिन्स खटीक ने बलीचा व धाउजी की बावडी़ में भी भूखण्ड खाली कराने के काम किये थे। बागडी़ ने ही बलीचा में प्रिन्स को कमरा किराये पर दिला रखा है जहां वह करीब डेढ महीने से रह रहा है। प्रिन्स थाना अनंतपुरा कोटा शहर का हिस्ट्रीशीटर है। इसके विरूद्व नकबजनी, अपहरण, शराब तस्करी, मारपीट, अवैध हथियार रखने, सरकारी कर्मचारियों के साथ मारपीट व अभिरक्षा से भागने सम्बन्धीम 17 प्रकरण दर्ज हैं।
कार्रवाई करने वाली टीम में एसआई देवेन्द्र सिंह, एएसआई शंकर सिंह, हैड कांस्टेेबल अर्जुन सिंह, गुलाब सिंह, कांस्टेिबल देवेन्द्र सिंह, बनवारी लाल, लालसिंह तथा स्पेअशल टीम में एसआई गोवर्धन सिंह भाटी, कांस्टेरबल अखिलेश्विर, धर्मेन्द्र सिंह, गणेशसिंह, प्रहलाद सिंह, सलीम, योगेश आदि शामिल थे।