आवास की मांग
उदयपुर। नववर्ष पर माकपा ने बेघर परिवारों को आवास दिलाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। सैकड़ों बेघर परिवार आवास अधिकार संघर्ष मंच, कच्ची बस्ती फैडरेशन एवं ठेला व्यवसायी एकता यूनियन के बैनर तले टाउनहॉल में एकत्र हुए जहां से रैली के रूप में कलक्ट्रेंट पहुंचे।
यहां हुई सभा में पूर्व विधायक अमराराम ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार पूंजीपतियों व उद्योगपतियों को किसानों से सस्ती दरों पर जमीन छीन कर देने के लिए अध्यादेश जारी कर रही है, लेकिन उदयपुर में हजारों बेघर परिवारों को आवास की मांग को लेकर लम्बा संघर्ष करने के बावजूद भी उनकी अनदेखी कर रही है।
उन्होंेने कहा कि जनता ने नरेन्द्र मोदी एवं भाजपा को अच्छे दिन लाने के वादे पर देश व राज्य की सत्ता सौंपी, लेकिन देश की जनता की आर्थिक स्थिति में गिरावट आकर उनके मूलभूत अधिकारों को छीना जा रहा है। माकपा के पूर्व जिला सचिव बीएल सिंघवी ने कहा कि मोदी 2022 तक देश की जनता को आवास देने के सपने दिखा रहे हैं और शहर विधायक गृहमंत्री गुलाबचन्द कटारिया पांच हजार आवासहीनों को आवास देने का वादा कर रहे हैं, लेकिन आवासहीनों को सस्ते आवास उपलब्ध कराने के सम्बन्ध में कोई नीति नहीं बना रहे हैं।
सभा के पूर्व टाउन हॉल से सैंकड़ों कायकर्ता लाल झण्डे हाथ में लेकर ’’इंकलाब जिन्दाबाद, हम अपना अधिकार मांगते नहीं किसी से भीख मांगते, प्लॉट दो मकान दो रहने का स्थान दो, धन और धरती बंट के रहेगी रात अंधेरी कट के रहेगी, भाजपा कांग्रेस आई चोर चोर मौसेरे भाई, आदि नारे लगाते हुए रैली के रूप में जिला कलेक्ट्री कार्यालय पहुंचे और वहां पर पड़ाव डाला।