उदयपुर। दस से पन्द्र ह साल तक पांच से छह किलो की गांठ का वजन सिर्फ मुंह उठाए तो उसकी जिंदगी कैसे निकली होगी। ऐसे ही एक व्य क्ति को मुक्ति दिलाई गई पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में।
रायपुर (भीलवाडा़) निवासी 68 वर्षीय जमनालाल खटीक जब पीएमसीएच में आया तो डॉक्टर उसको देखकर अचंभित हो गए। क्यो कि जमना लाल के मुंह के दांयी तरफ एक मनुष्य के सिर से मुंह तक बडी़ गांठ थी। 2004 और 2005 में दो बार ऑपरेशन करा चुके जमना लाल ने पीएमसीएच के सर्जरी विभाग के हैड डॉ के.सी व्यास को बताया तो जॉच करने पर पैरोटिड ग्रन्थि का ट्यूमर निकला। लिगाशोर और हारमोनिक जैसी अत्याधुनिक मशीनों का उपयोग कर ब्लड लैस सर्जरी को अंजाम दिया डॉ के.सी व्यास, डॉ.गौरव वधावन, डॉ. बीएम सोनी, डॉ. प्रकाश औदित्य, डॉ. वीरेन्द्र, अजय चौधरी, बिन्दू की टीम ने। चार घण्टे तक चले इस ऑपरेशन में जमना लाल के दाऐ पैरोटिड ग्रन्थि के ट्यूमर को जड़ से निकाल दिया। संस्थान के प्रिसिंपल एवं नियत्रंक डॉ. एस एस सुराणा ने बताया कि पैरोटिड ग्रन्थि के इतने बडे ट्यूमर के मामले बहुत ही कम देखने को मिलते हैं।