उदयपुर। रोटरी क्लब ऑफ़ उदयपुर हेरिटेज एवं इंटरेक्ट क्लब ऑफ रयान इंटरनेशनल स्कूल के संयुक्त तत्वाधान में 26 जनवरी को लागू किये गये भारतीय संविधान के बारें में विद्यार्थियों को विस्तृत जानकारी देने के सन्दर्भ में रेयान इन्टरनेशनल स्कूल में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
संगोष्ठी के मुख्य अतिथि लॉ कॉलेज के डीन प्रो.डॉ. आनन्द पालीवाल थे। इस अवसर पर डॅा.पालीवाल ने बच्चों को 26 जनवरी की महत्ता बताते हुए कहा कि भारत का संविधान संविधान निमात्री सभा द्वारा 26 नवम्बर 1949 को पारित हुआ तथा 26 जनवरी 1950 से प्रभावी हुआ। 26 जनवरी का दिन भारत में गणतन्त्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। 26 जनवरी 1930 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के दिन ही भारत की पूर्ण स्वतंत्रता के निश्चय की घोषणा की और अपना सक्रिय आंदोलन आरंभ किया। इसिलिए 26 जनवरी का महत्व बनाए रखने के लिए संविधान निर्मात्री सभा द्वारा स्वीकृत संविधान में भारत के गणतंत्र स्वरूप को मान्यता प्रदान की गई।
उन्होंने बताया कि भारत के संविधान के निर्माण में डॉ.भीमराव अंबेडकर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। डॅा.आनन्द पालीवाल ने बताया की किस प्रकार संविधान निर्मात्री सभा के सदस्यों के चयन किया गया और कैसे उन्होंने संविधान के एक एक बिंदू को सघन विचार विमर्श के बाद ही मंज़ूर किया गया। संविधान अपनी शक्ति सीधे जनता से प्राप्त करता है।
यह संविधान दुनिया का सबसे बडा लिखित संविधान है और इसके अनुसार भारत एक सम्प्रभुता सम्पन्न, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक, गणराज्य है। देश का कोई भी कानून इस के दायरे से बाहर नहीं है। यह न केवल सभी नागरिकों को सामान अधिकार देता है वरन् अधिकारों रक्षा करने के लिए भी इसमें प्रावधान दिए गए हैं। यह जाति,रंग, नस्ल, लिंग, धर्म या भाषा के आधार पर कोई भेदभाव किए बिना सभी को बराबर का दर्जा और अवसर देता है। विश्व के सभी संविधान से चुनिन्दा बिंदूं का इसमें समावेश किया गया।
इस अवसर पर क्लब अध्यक्ष दीपक सुखाडिय़ा, स्कूल प्रिंसिपल पूनम राठौर और क्लब सचिव संजीव जोधावत ने भी अपने विचार रखें। अंत में उन्होनें विद्यार्थी के सवालों का उत्तर दे उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया। कार्यक्रम का संचालन मेघना तलदार ने किया। अंत में धन्यवाद् दीपक सुखाडिय़ा ने ज्ञापित किया।