नकबजनी के मामले दर्ज
उदयपुर। कोटड़ा थाना पुलिस ने माउंट आबू स्थित एक मंदिर के पुजारी व चौकीदार की हत्या कर जेवर लूटने के मामले में आरोपी को गिरफ्तार किया है। वह नकबजनी के मामले में भी वांछित था।
पुलिस के अनुसार पूछताछ में आरोपी ने बताया कि कोटड़ा में नकबजनी के बाद वह सिरोही चला गया, जहां दो अन्य लोगों से मुलाकात हुई। तीनों ने मिलकर दो लोगों की हत्या की और मंदिर से जेवरात लूट लिए। हत्या के बाद तीनों आरोपी अलग अलग हो गए। आरोपी हत्या के बाद गुजरात चला गया, जहां एक गांव में खेतों पर काम करना शुरू कर दिया।
पुलिस अधीक्षक अजयपाल लाम्बा ने बताया कि एक वर्ष पूर्व फलासिया में कोल्यारी में तीन अलग-अलग स्थानों पर मकानों के ताले टूटे थे जिसमें एक मकान से महिला के कान की बालियां, पैरों से चांदी के जेवर, दूसरे मकान से नकदी और कीमती सामान चोरी करने का मामला दर्ज हुआ था। मामले में जांच करते हुए पुलिस ने लालू पुत्र देवा गरासिया निवासी जोगीवड़ कोटड़ा, मन्नसिंह पुत्र नाथूसिंह निवासी गामड़ी पानरवा, जेता पुत्र पूना गमेती निवासी इन्द्रा कॉलोनी जुड़ा माण्डवा, लालसिंह पुत्र रूपसिंह निवासी छोटी महुड़ी फलासिया को गिरफ्तार किया। आरोपियों ने बताया कि उनका एक अन्य साथी गन्ना उर्फ गनिया पुत्र हीमा गरासिया निवासी जोगीवड़ भी है। उसी ने ही मकान में चोरी की योजना बनाई थी। पुलिस मुख्य आरोपी की तलाश कर रही थी। दो दिन पूर्व पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी गांव में आया हुआ है। पुलिस ने उसे गिफ्तार कर लिया। आरोपी ने बताया कि माउण्ट आबू के देलवाड़ा गांव में पहाड़ी पर स्थित अगनेश्वर महादेव मंदिर में पुजारी धर्मराज पुत्र जूलाजी निवासी फूलाबाई खेड़ा, स्वरूपगंज तथा नेपाली चौकीदार पलबहादुर पुत्र नरबहादुर निवासी बापू बस्ती देलवाड़ा आबू पर्वत की सोते हुए में लठ मारकर हत्या कर दी थी।