झाला को हराने वाली उषा को जिला प्रमुख नहीं बनाने पर गुस्साए उनके पिता
उदयपुर। जिला प्रमुख के लिए जहां आज सुबह नामांकन भरने के दौरान ही भाजपा पदाधिकारियों में रोष फैल गया वहीं भींडर पंचायत समिति में भाजपा प्रत्याशियों द्वारा कांग्रेस को समर्थन देने से वहां कांग्रेस की प्रधान निर्वाचित हो गईं।
उल्लेखनीय है कि आज सुबह जिला प्रमुख के नामांकन होने थे। गोगुंदा में वार्ड 42 से कांग्रेस के दिग्गज लालसिंह झाला को पराजित कर विजयी हुई उषा तंवर का जिला प्रमुख बनना तय माना जा रहा था। सुबह नामांकन के दौरान उषा के पिता भी मौके पर पहुंचे। भाजपा ने वार्ड 34 से विजयी शंकरलाल मेघवाल से जिला प्रमुख के लिए नामांकन भरवाया। इस पर उषा के पिता आक्रोशित हो गए। उनका आरोप था कि उनकी बेटी को टिकट देते समय भी यह आश्वासन दिया था कि जिला प्रमुख वे ही बनेंगी लेकिन अब शंकरलाल मेघवाल को जिला प्रमुख बनाकर वादाखिलाफी की जा रही है। उधर भाजपा पदाधिकारियों ने स्पष्ट विरोध किया कि ऐसा कोई आश्वासन नहीं दिया गया था।
उधर भींडर पंचायत समिति में 25 सीटों में से 12 निर्दलीय (जनता सेना), 11 कांग्रेस तथा 2 पर भाजपा प्रत्याशी विजयी हुए थे। यहां जनता सेना की प्रधान तय माना जा रहा था। आज सुबह भाजपा के दोनों प्रत्याशियों ने कांग्रेस को समर्थन देकर 13 मतों से विजयी करवा दिया जिससे वहां कांग्रेस की यशोधरा कुंवर प्रधान निर्वाचित हुईं। जानकारों के अनुसार जनता सेना वहां वललभनगर विधायक रणधीरसिंह भींडर समर्थित है। इधर मेवाड़ के नेता माने जाने वाले गुलाबचंद कटारिया के धुर विरोधी हैं। हार जाना मंजूर है, विरोधी के साथ बैठ जाएंगे लेकिन हाथ नहीं मिलाएंगे वाली तर्ज पर आज ऐसा ही कुछ हुआ। भींडर कथित जनता सेना को असली भाजपा बताते हैं।