उदयपुर और अजमेर में सर्वे पूरा
उदयपुर। अजमेर डिस्कॉम के अजमेर तथा उदयपुर शहर की बिजली व्यवस्था पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) के तहत एक अप्रैल, 2015 से निजी हाथों में जाएगी। सर्वे एजेंसी वेपकोस ने सर्वे पूरा कर लिया है। चर्चा है कि जनता पर आर्थिक बोझ और लादा जाएगा।
जानकारी के अनुसार वेपकोस ने अजमेर व उदयपुर की बिजली व्यिवस्था का सर्वे पूरा कर लिया है जिसमें अपेक्षाकृत उदयपुर की व्य वस्थाक अच्छीा मानी गई है। सरकार ने बिजली को निजी हाथों में सौंपने को पीपीपी मॉड (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) पर देने की तैयारी की है ताकि विद्युत निगम पब्लिक की साझेदारी में चलने का आभास हो, जबकि यह पूर्णतया निजी कंपनी के हाथों में जाएगा, जो मनमाना चार्ज वसूलेगी।
जानकारों के अनुसार यदि विद्युत व्यवस्था निजी हाथों में जाती है तो आने वाले समय में जनता पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा। मोबाइल कंपनियों की तरह विविध शुल्क लगाकर निजी कंपनी उपभोक्ता के बिल में बढ़ोतरी करेगी, जिससे जनता पर आर्थिक भार बढ़ेगा। वर्तमान में विद्युत दरें बढ़ाने में राज्य सरकार का दखल रहता है लेकिन निजी हाथों में जाने के बाद कंपनी मर्जी के अनुसार चार्ज बढ़ा सकेगी।