भारत सरकार के अधिकारियों ने की कम्यूनिकेन स्किल्स पर चर्चा
उदयपुर। सफल होने के लिए शिक्षा तथा पहनावे के साथ-साथ अच्छे व निपुण कम्यूनिकेशन स्किल्स का होना अति आवश्येक है। कम्यूनिकेशन ना सिर्फ स्वाभाविक हो अथवा निपुणता से सार्थक संदेश दे। जरूरी नहीं कि हम कठिन शब्दों का प्रयोग कर संदेश को अभिव्यक्त करें।
ये विचार हिन्दु स्तान जिंक के हेड कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन पवन कौशिक ने व्य्क्त किए। वे राजस्थान प्रशासनिक ट्रेनिंग सेन्टर में भारत सरकार के लगभग 40 अधिकारियों को कम्यूनिकेशन स्किल्स व बॉडी लैंग्वेज पर संबोधित कर रहे थे। कौशिक ने कहा कि आज इन्फॉमेशन टेक्नोलॉजी युग में कम्यूनिकेशन स्किल्स में निपुण होना अति आवश्य्क है। कार्यशाला में अधिकारियों ने भाषा व मनस्थिति को लेकर अनेक प्रश्न किये।
साथ ही अधिकारियों ने सफलता व असफलता को किस प्रकार लिया जाए, इस पर भी अनेक प्रश्न किये। कौशिक ने कहा कि सफलता एवं असफलता दो शब्द है। ऐसा नहीं कि सफलता के साथ असफलता नहीं मिलेगी और ऐसा भी नहीं कि असफलता के साथ सफलता नहीं मिलेगी। ये दोनों एक-दूसरे के पर्याय हैं जो हमें अपने लक्ष्य तक पहुंचने में मदद करते हैं। अंत में कौशिक ने कार्यशाला में सभी अधिकारियों के विजन के बारे में संबोधित करते हुए कहा कि लक्ष्य स्थापित करते समय उस लक्ष्य तक पहुंचने का मार्ग भी अवश्यअ स्थापित करें तभी लक्ष्य की प्राप्ति होगी। लक्ष्य वो रखे जिसे हासिल करना आसान ना हो, परन्तु वह असंभव भी ना हो।