पड़ोसियों से दोस्ती कर विश्वास में लेते थे
उदयपुर। गोवर्धन विलास थानांतर्गत शातिर नकबजन दंपती को गिरफ्तार कर उनसे भारी मात्रा में चोरी किये गये जेवरात, नकदी व अन्य सामान बरामद किये।
सेक्टर 14 निवासी मीरा पत्नी राजकुमार गुप्ता ने बुधवार को 4/15 स्थित उसके मकान से चांदी के पायजेब 13 जोडी़, 6 सोने की अंगूठी, सोने के 4 सेट जिसमें हार व टॉप्स, सोने की चेन लॉकिट सहित, 6 चांदी के गिलास, 60 चांदी के सिक्के एवं 30-40 हजार रुपए चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
मीरा के दो पुत्रों की गत 29 जनवरी को हुई शादी में आए जेवर भी इसमें शामिल थे। संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ में पानीपत निवासी राजकुमार शर्मा उर्फ बिट्टू पिता ओमप्रकाश शर्मा एवं श्रीमती मंजू शर्मा पत्नि श्री राजकुमार शर्मा निवासी भीलवाडा हाल निवासियान सेक्टर 11 ने पूछताछ में वारदात करना कबूल कर लिया।
पुलिस के अनुसार आरोपी मंजू पड़ोस में रहने महिलाओं को विश्वा स में लेकर उसके घर की रैकी कर अपने पति को सूचित करती है और दोनों मौका पाकर घरों से कीमती सामान, जेवर, नकदी चुरा लेते हैं।
वारदात का तरीका
मंजू ने योजनाबद्ध तरीके से मीरा से मित्रता कर उसके घर आना जाना प्रारम्भ किया। आरोपियों ने पूरी रैकी की। मीरा ने उसके सामने मुल्जिमानों ने मीरा के घर की पूरी रैकी की। मीरा ने मंजू के सामने अपने व दोनों बहुओं के जेवर अलमारी में रखे व ताला लगाकर चाबी खूंटी पर टांग दी। इतने जेवर देखकर मंजू के मन में लालच आ गया। योजना बनाकर दोनों मंगलवार दिन में मीरा के घर आए और राजकुमार मंजू को छोड़कर चला गया। मंजू ने मीरा को अपनी बातों में फंसाकर उपर वाले कमरे में गई तब राजकुमार वापस आया और मकान में आरोपी मंजू के बताए स्थारन से जेवर, नकदी चुराकर वापस लौट जाता है। काम होने के बाद राजकुमार मंजू को फोन कर देता है फिर मंजू भी वापस रवाना हो जाती है। दोनों ने पूछताछ में वारदात करना कबूल कर लिया। साथ ही सामान भी बरामद करवाया। दंपती ने अन्ये स्थाानों पर भी वारदात करना कबूल किया।
पूरी तैयारी के साथ की वारदात
शातिर आरोपी राजकुमार ने सर्जिकल दस्तायने पहनकर वारदात की ताकि फिंगरप्रिन्ट न आए। घर की तलाशी में पुलिस को चोरी सामान नहीं मिले इसलिए इसने चोरी का सामान स्कूटर की डिक्कीश में रखकर घर से कुछ दूर सब्सिटी सेन्टर में खड़ा कर दिया। कार्रवाई के पर्दाफाश में गोवर्धन विलास थानाधिकारी अब्दुल रहमान, मदनमोहन, राकेश मेहता, ओमप्रकाश व महिला कांस्टेलबल चन्द्रा ने सहयोग किया।