महाराणा मेवाड़ फाउण्डेशन सम्मान समारोह, ग्रोवर को हकीम खाँ सूर पीयूष पाण्डे को हल्दीघाटी सम्मान
उदयपुर। महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउण्डेशन उदयपुर को इस बार संभवत: देश भर में कोई पत्रकार नहीं मिला इसलिए विज्ञापनों के माध्याम से मीडिया जगत में अपना अहम स्थान बनाने वाले पीयूष पाण्डे को पत्रकारिता के लिए दिया जाने वाला हल्दी घाटी पुरस्कार दिया जाएगा।
जानकारों के अनुसार पाण्डे का विज्ञापन जगत में अपना स्थान है लेकिन उनके योगदान को पत्रकारिता से जोड़कर नहीं देखा जा सकता। हल्दीघाटी सम्मान से अब तक सिर्फ पत्रकार ही सम्माानित होते आए हैं जिनमें कर्पूर चन्द्र कुलिश, विनोद दुआ, प्रणव रॉय, मृणाल पाण्डे, एम.जे. अकबर, कुलदीप नैयर, धर्मवीर भारती, बरखा दत्ता एवं मुम्बई के स्वतन्त्र पत्रकार मुजफ्फर हुसैन, शेखर गुप्ता, राजदीप सरदेसाई, आलोक मेहता, प्रबल प्रताप सिंह, तवलीन सिंह, वेद प्रताप वैदिक, संजीव श्रीवास्तव, हरिन्दर बावेजा, गुलाब कोठारी, अरनाब गोस्वामी आदि शामिल हैं। यह पहली बार होगा जब किसी विज्ञापन क्षेत्र के व्यक्ति को पत्रकारिता सम्मान से नवाजा जाएगा।
समारोह के संयोजक डॉ. मयंक गुप्ता ने बताया कि समारोह 22 मार्च शाम 4 बजे सिटी पैलेस के माणक चौक प्रांगण में होगा, जिसमें ये अलंकरण फाउण्डेशन के अध्यक्ष एवं प्रबंध न्यासी अरविन्द सिंह मेवाड़ प्रदान करेंगे। अध्यक्षता राष्ट्रकवि बालकवि बैरागी करेंगे। भारत के प्रति सार्वभौम सम्पादित स्थायी मूल्यों की सेवाओं के उपलक्ष्य में अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिवर्ष दिया जाने वाला कर्नल जेम्स टॉड अलंकरण प्रो. जॉन डी. स्मिथ को राजस्थान और विशेषत: मेवाड़ की फड़ चित्रकारी पर शोध एवं अनुवाद का लेखन कर अनेक पुस्तकों के माध्यम से भारतीय एवं विदेशी शोधकर्ताओं को नई दिशा प्रदान की। इस अलंकरण के तहत 111001/- की राशि, तोरण, शॉल एवं प्रशस्तिपत्र भेंट किए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि विज्ञापन कम्पनी ओगिल्वी एण्ड मेदर के दक्षिण एशिया के कार्यकारी अध्यक्ष एवं रचनात्मक निदेशक पियुष पाण्डे को अपने रचनात्मक एवं विज्ञापन की विशेष प्रणाली के लिए जाना जाता है। श्री पाण्डे के रचनात्मक अभियानों में प्रमुखत: चलो पढ़ाएँ, कुछ कर दिखाएँ, बेल बजाओ, आकांक्षा, केन्सर पीडि़तों की सहायता के लिए धूम्रपान निषेध आदि है। सामाजिक चेतना जगाने वाले अनेक विज्ञापनों के माध्यम से अलख जगाने वाले श्री पाण्डे को राष्ट्रीय स्तर का हल्दीघाटी अलंकरण प्रदान किया जाएगा। साम्प्रदायिक सद्भाव, देशप्रेम एवं राष्ट्रीय एकता और अखण्डता के क्षेत्र में स्थायी सेवाओं के लिये दिया जाने वाला राष्ट्रीय स्तर का हकीम खाँ सूर अलंकरण इस बार मानवाधिकारों के लिए लडऩे वाली जानी मानी प्रख्यात अधिवक्ता एवं समाजसेविका वृन्दा ग्रोवर को प्रदान किया जा रहा है।
संयोजक गुप्ता के अनुसार पर्यावरण संरक्षण-संवद्र्धन के क्षेत्र में की गई स्थाई मूल्य की सेवाओं के लिए महाराणा उदयसिंह अलंकरण इस वर्ष देश के फोरेस्ट मेन ऑफ दी आसाम के नाम से मशहूर पर्यावरणप्रेमी पद्मश्री जादव मुलाय पयांग को प्रदान किया जाएगा। अपने निर्धारित दायित्व की सीमा से ऊपर उठकर किये गये कार्य के लिये दिया जाने वाला राष्ट्रीय स्तर का पन्नाधाय अलंकरण विषम परिस्थितियों में आगे बढक़र कार्य करने वाली पद्मश्री अनु आगा को सामाजिक सेवा के प्रति किए गए कार्यों हेतु प्रदान किया जाएगा। राष्ट्रीय स्तर पर दिये जाने वाले उक्त चारों अलंकरणों के तहत प्रत्येक विभूति को 51001 रु. नकद, तोरण, शॉल एवं प्रशस्तिपत्र भेंट किए जाएंगे। फाउण्डेशन के अलंकरण समारोह के संयोजक ने बताया कि इन सभी विभूतियों ने फाउण्डेशन की ओर से उन्हें प्रदत्त अलंकरण ग्रहण करने के लिए 22 मार्च को उदयपुर आने की सहमति प्रदान कर दी है।