पश्चिम क्षेत्र सांस्कृातिक केन्द्रर का कार्यक्रम, राज्यपाल करेंगे उद्घाटन
उदयपुर। पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र द्वारा पूर्वोत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र दीमापुर तथा गोवा के कला एवं संस्कृति निदेशालय के तत्वावधान में 18 से 22 मार्च तक पणजी में पूर्वोत्तर भारत की संस्कृति को दर्शाने वाला कार्यक्रम ऑक्टेव का आयोजन किया जायेगा जिसमें आठ राज्यों के 500 कलाकार व शिल्पकार भाग लेंगे।
ऑक्टेव का उद्घाटन राज्यपाल माननीय कल्याण सिंह 18 मार्च को करेंगे। उद्घाटन समारोह में गोवा के कला एवं संस्कृति मंत्री दयानन्द मांद्रेकर विशिष्ट अतिथि होंगे। केन्द्र निदेशक फुरकान खान ने बताया कि ऑक्टेव में अरूणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, नागालैण्ड, त्रिपुरा व सिक्किम के लोक कलाकार, शिल्पकार, रंगकर्मी, साहित्यकार आदि भाग लेंगे। उन्होंने बताया कि इस आयोजन के लिये कम्पाल स्थित दरिया संगम को पूर्वोत्तर राज्यों की संस्कृति के अनुरूप सजाया जा रहा है। जिसके लिये 20 बंगाली कारीगर रात दिन मेहनत कर रहे हैं।
पांच दिवसीय ऑक्टेव में आमंत्रित लोक व जनजातीय कलाओं के बारे में जानकारी देते हुए केन्द्र निदेशक ने बताया कि आयोजन में अरूणाचल प्रदेश का इरैप व जूजू-झाझा नृत्य, असम का बिहू, बोर्दोई शिकला व ढाल थुंगड़ी, मेघालय का वांगला व काशाद मस्तीह, मिजोरम का चेराव व सोलकिया नृत्य, मणिपुर का थांग-ता, पुंग चोलम, पुंग ढोल चोलम व कबूई नागा नृत्य, नागालैण्ड का नागा वार नृत्य व मुंगियान्ता, सिक्किम का सिंगी छम (स्नो लॉयन) व तमांग सेलो व त्रिपुरा का संगरई मोग व होजागिरी नृत्य के कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। केन्द्र द्वारा उत्सव में लोक कला के साथ-साथ पूर्वोत्तर राज्यों की शिल्प कला के प्रदर्शन तथा विक्रय के लिये शिल्प बाजार लगाया जायेगा।
उत्सव की अन्य महत्वपूर्ण गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए केन्द्र निदेशक श्री खान ने बताया कि उत्सव में 19 मार्च को राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय नई दिल्ली के सौजन्य से देश के जाने माने रंगकर्मी पद्मश्री रतन थियाम द्वारा निर्देशित नाटक ‘‘मेकबेथ’’ का मंचन होगा। 20 मार्च को साहित्य अकादमी नई दिल्ली द्वारा पूर्वोत्तर के साहित्यकारों का साहित्य सम्मेलन आयोजित किया जावेगा। इसी दिन संगीत नाटक अकादमी नई दिल्ली द्वारा दिल्ली की भबनन्दा बरबायन व उनके दल द्वारा ‘‘सत्तारीय नृत्य तथा 21 मार्च को कोलकाता की प्रो. डॉ. श्रुति बंधोपाध्या के दल द्वारा मणिपुरी रास की प्रस्तुति दी जीवेगी। आयोजन के अंतर्गत 21 मार्च को मिजोरम के बैल केन्टों दल द्वारा कॉयर सिंगिंग तथा नागालैण्ड के एल्बो नागा बैण्ड द्वारा रॉक प्रस्तुतियां दी जाएंगी। ऑक्टेव के दौरान ललित कला अकादमी नई दिल्ली द्वारा पूर्वोत्तर की चाक्षुष कलाओं पर आधारित कला प्रदर्शनी का आयोजन कला अकादमी परिसर में किया जायेगा।