उदयपुर। फिल्म tomorrow 8 pm इंडिया रोड ट्रिप कारवां आज झीलों की नगरी उदयपुर पहुंचा। शहर के अंदरुनी इलाकों में घूमते हुए इसके निर्देशक मनोज मौर्या बहुत आह्लादित दिखे कि शहर ने ऐतिहासिकता को कितनी खूबसूरती से समकालीनता से जोड़ दिया है।
मनोज ने यहां पत्रकारों से बातचीत में बताया कि दरअसल tomorrow 8 pm के बहाने हम असली भारत की खोज में निकले हैं कि कहां क्या बदला और बदल रहा है? हमने देखा कि किताबों में जो विवरण है उससे बहुत अलग अनुभव जाने पर मिलता है। tomorrow 8 pm एक ऐसी फिल्म है जो कमरे में बैठकर बुने गए कथानक पर नहीं बल्कि सम्पूर्ण प्रयोगशीलता के साथ बुने गए कथानक पर बनेगी। मनोज जाने-माने पेंटर हैं और इस ट्रिप में वह एक साथ दो विजुअल माध्यमों के लिए कच्चा माल इकट्ठा कर रहे हैं . इस ट्रिप में tomorrow8pm के चरित्रों की खोज में निकले हैं .
यह पूछने पर कि ज्यादातर फ़िल्में तो मुंबई में बैठकर ही बना ली जाती हैं तब आप इतना तामझाम लेकर क्यों निकले हैं , मनोज बताते हैं कि मूलतः यह भारत को देखने और कनेक्ट होने की यात्रा है। अगर हम देश के बारे में नहीं जानते तो इसका सीधा मतलब है कि हम दुनिया के बारे में भी अज्ञानी हैं। अब तक 16 शहरों की 1500 किलोमीटर की यात्रा में अकेले गुजरात में टीम ने 20 हज़ार से अधिक लोगों से संवाद किया और सिनेमा, मानव जीवन, समय, समाज और अर्थव्यवस्था से सम्बंधित अनेक सवाल पूछे। बेशक यह एक नया काम है लेकिन अपनी उपलब्धियों के कारण अलग से परिभाषित किया जायेगा। जाने-माने आर्किटेक्ट प्रकाश सरोदे द्वारा निर्मित tomorrow8pm के निर्देशन से पहले ‘रिसाइकिल माइंड’ समेत अनेक चर्चित लघु फ़िल्में बना चुके मनोज सिनेमा में कुछ अनूठा जोड़ने की कोशिश करते रहे हैं। टीम का अगला पड़ाव जयपुर है। बीच में चित्तौड़गढ़, अजमेर और पुष्कर में रूककर टीम फिल्म की रचना-प्रक्रिया से जुड़ी डाक्यूमेंटरी की शूटिंग करेगी।