उदयपुर। सर्वोदय नेता एवं सेवा मन्दिर के पूर्व प्रन्यासी नारायण भाई देसाई को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सेवा मन्दिर के अध्यक्ष अजय सिंह मेहता ने कहा कि सामाजिक जीवन में नारायण भाई देसाई को महात्मा गांधी, लोक नायक जय प्रकाश नारायण का निकट का साहचर्य मिला।
उन्होंने राष्ट्रीय आन्दोलन, भूदान आन्दोलन, सम्पूर्ण क्रान्ति आन्दोलन में सक्रिय भूमिका निभाई एवं कई पत्र-पत्रिकाओं का सम्पादन किया, उन्हे यूनेस्को अवार्ड सहित कई राष्ट्रीय – अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाजा गया। देसाई के नेतृत्व में सेवा मन्दिर ने काफी प्रगति की। सेवा मन्दिर के प्रन्यासी मोहनसिंह कोठारी ने कहा कि गांधी जी को सही तरीके से समझने वाले नारायण भाई देसाई सच्चे अर्थों में गॉधी वादी थे। उनके विचार उनका दर्शन और गॉधी मूल्यों के प्रति समर्पण बेमिसाल था। महिला नेत्री चन्द्रा भण्डारी ने कहा कि गॉधी वादी मूल्यों के प्रति उनकी निष्ठा अक्षुण्य थी। अश्विनी पालीवाल, विद्याभवन के अध्यक्ष रियाज तहहसीन सुशील दशोरा, हेमराज भाटी व नंदकिशोर शर्मा ने भी विचार व्यक्त किए। शोक पत्र का वाचन सेवा मन्दिर के महासचिव नारायण आमेटा ने किया। संचालन याकूब खान ने किया। इस अवसर पर सेवा मन्दिर की मुख्य संचालक प्रियंका सिंह सहित अन्य कई स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद थे। अंत में दो मिनट का मौन रख श्रद्धांजलि अर्पित की गई।