हनुमान जयंती पर जनजागरूकता कार्यक्रम
उदयपुर। शहरवासियों ने झीलों को कचरा पात्र समझ कर अनेक प्रकार की गंदगी इसमें डाल रहे है, जब तक आम जन में झीलों को स्वच्छ रखने के प्रति जागरूकता नहीं आयेगी झीले कभी स्वच्छ नहीं रह सकती।
यह कहना था झील हितैषी नागरिक मंच के संस्थापक हाजी सरदार मोहम्मद का। अवसर था बजरंग सेना मेवाड़ की ओर से हनुमान जयंती पर चलाये जा रहे सात दिवसीय जनजागरूकता समारोह के अन्तर्गत पांचवे दिन बुधवार को चांदपोल पुलिया के पर करीब दो घंटे तक श्रम दान कर झीलों से प्लास्टिक की थैलियां, शराब की बोतलें, जलकुंभी, पानी की घास, को पानी से निकालकर सफाई की गई। संस्थापक कमलेन्द्र सिंह ने बताया कि करीब दो घंटे तक कार्यकर्ताओं द्वारा पानी से कचरा निकाला गया उन्होने कहा कि झीलों गंदगी के अलावा आम नागरिकों द्वारा पुजन की सामग्री भी डाली जा रही है जबकि शास्त्रों के अनुसार पुजन सामग्री को बहते पानी में डाला जाता है। उन्होने कहा कि जब तक शहर के लोगों में झीलों के प्रति जागरूक नहीं होगे और प्रशासन सख्त नहीं होगा तब तक झीलें हमारी इसी तरह गंदी होती रहेगी और लोग कचरा डालते रहेंगे। उन्होने कहा कि सेना के कार्यकर्ता एवं झील हितेषी नागरिक मंच के साथ माह में दो बार सफाई अभियान किया जायेगा। इस अवसर पर विरेन्द्र सिंह बोहेडा, नुर मोहम्मद, नरेन्द्र सिंह शेखावत, दिलीप सिंह पहलवान, शंकर लाल माली, कर्णवीर सिंह राठौड़, घनश्याम सिंह भीण्डर, कृष्णकांत कुमावत नाथुलाल सेन महेन्द्र सिंह चौहान, आकाश सोनी के अलावा कई कार्यकर्ताओं ने श्रम दान कर झीलों की सफाई की।