मार्ग में होगा भव्य स्वागत, मार्ग में लगे 51 स्वागत द्वार
उदयपुर। आचार्यश्री अनेकान्त सागर महाराज संसघ रविवार सुबह 7.30 बजे शास्त्री सर्किल से पायड़ा स्थित श्री पद्मप्रभु मंदिर पहुंचेंगे, जहां आचार्य श्री सहित अन्य संतों की पावन निश्रा में पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन होगा। इससे पूर्व शनिवार सुबह गोवर्धन विलास सरस डेयरी स्थित प्रगति आश्रम से आचार्य संघ का नगर में मंगल प्रवेश हुआ।
प्रचार प्रसार संयोजक संजय गुडलिया ने बताया कि आचार्य श्री प्रात: 7 बजे प्रगति आश्रम से विहार कर सर्वऋतु विलास मंदिर पहुंचें जहां से शोभायात्रा के रूप में हजारों श्रावक-श्राविकाओं के मंगल गीतों एवं गाजे-बाजे के बीच भव्य शोभायात्रा निकली। महिलाएं केशरिया वस्त्र धारणकर सिर पर कलश लेते हुए शोभायात्रा में साथ चल रही थी वहीं पुरूष श्वेत वस्त्र में जुलुस में शामिल हुए। शोभायात्रा सर्वऋतुविलास से सुरजपोल, बापुबाजार, मण्डी होते हुए तेलीवाड़ा स्थित हुमड भवन पहुंची।
श्री पदमप्रभु दिगम्बर जैन मंदिर पंचकल्याणक महोत्सव समिति के अध्यक्ष प्रकाश अदवासिया ने बताया कि पूरे मार्ग में जगह-जगह श्रावकों द्वारा प्रभावना वितरण की गई एवं जगह-जगह स्वागत द्वार लगाये गए।
पंचकल्याणक समिति के महामंत्री अनील सकरावत ने बताया कि 19 से 26 अप्रेल तक यूनिवर्सिटी रोड़ स्थित श्री पदमप्रभु दिगम्बर जैन मंदिर पायडा में भव्य पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव चारों संघों के सानिध्य में होगा।
महोत्सव के मुख्य संयोजक रमेश चन्द्र चिबोडिया ने बताया कि रविवार सुबह 8 बजे आचार्य अनेकान्त सागर एवं संघ, मुनि धैर्य सागर, मुनि प्रबल सागर एवं आर्यिका रत्न सुभुषणमति माताजी का शास्त्री सर्कल पर भव्य आध्यात्मिक मिलन होगा। वहां से दुर्गा नर्सरी होते हुए आयड़ स्थित जैन मंदिर में रुकेंगे और वहां से श्री पदमप्रभु दिगम्बर जैन मंदिर पायडा में भव्य मंगल प्रवेश होगा।