देबारी गांव : सम्पत्ति बंटवारे से नाराज होकर की थी हत्या
उदयपुर। गत दिनों प्रतापनगर थानान्तर्गत देबारी गांव में हुई अधेड़ की हत्या का पर्दाफाश कर पुलिस ने मृतक के पुत्र को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार सम्पत्ति बंटवारे से नाराज होकर मृतक के पुत्र ने सुनियोजित तरीके से अपने पिता की हत्या की थी।
पुलिस अधीक्षक अजयपाल लाम्बा ने बताया कि गत 8 अप्रेल की रात देबारी गांव के सिंघावतों का वाडा निवासी माधो सिंह देवडा पुत्र मोड सिंह देवड़ा का लहुलूहान शव पिण्डवाडा रोड स्थित गोरबंध होटल के पीछे खेत में पडा मिला था। शव का चेहरा व सिर पत्थरों से कुचला हुआ था। मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने मृतक के पुत्र रूप सिंह को गिरफ्तार किया है। हत्या का पर्दाफाश करने वाली टीम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर डॉ. राजेश भारद्वारज के नेतृत्व में पुलिस उप अधीक्षक (पूर्व) माधुरी वर्मा, प्रतापनगर थानाधिकारी चन्द्र पुरोहित आदि शामिल हैं।
उल्लेुखनीय है कि 8 अप्रेल को माधोसिंह का शव खेत में मिला था जिसका सिर पत्थर से कुचला हुआ था। पुलिस अनुसंधान में पता चला कि माधोसिंह एवं उसके भाई भेरूसिंह के बीच जमीन को लेकर वाद न्यायालय में विचाराधीन था। जमीन बंटवारे में माधोसिंह को हाइवे तथा भेरूसिंह को गांव में मिली थी। इससे दोनों के बीच रंजिश थी। माधुसिंह ने पुत्रों को मकान एवं अन्य कार्य में आर्थिक मदद की तथा पुत्र रूपसिंह को भी पेसिफिक कालेज क्षेत्र में किराणा दुकान लगवाई थी। रूपसिंह के चाल चलन से व्यापार में घाटा होने से उसे दुकान बंद करनी पडी। माधेसिंह ने अपने पुत्र नाहरसिंह के लिए पिण्डवाड़ा मार्ग स्थित खेत में नया मकान देने एवं सोहनसिंह की शादी के बाद उसे भी मकान देने वादा करने पर रूपसिंह ने रेस्टोंरेंट लगाने के लिए मदद मांगना शुरू कर दिया जिसे ठुकराने पर रूपसिंह ने पिता की हत्या करने की ठान ली तथा मौके की तलाश में जुट गया। घटना वाले दिन रूपसिंह ने पिता की हत्या करना तय कर मोके की तलाश के लिए लकडि़यां काटने खेत पर गए माधुसिंह के पहुंचने के बाद वह भी पहुंच गया। इस दौरान मांगने पर पिता ने उसे कूंट दी लेकिन उजाला होने पर वह हत्या करने की हिम्मत नहीं जुटा पाया तथा पिता को काटी गई गई लकडि़यां खेत पर सुरक्षित जगह रखने के सलाह देते हुए कूंट घर ले जाने की बात पिता को कहकर रूपसिंह वहां से रवाना हो गया। वहां से कूट गोरबंद रेस्टोरेन्ट के पिछवाड़े खेत में छिपा कर घर पहुंच गया। जहां रात में टीवी देख रहे परिजनों के साथ कुछ देर सीरियल देख कर वह चकमा देकर वहां से निकल कर मोके पर जाकर पिता के आने की प्रतिक्षा में छिप गया। जहां रात में पिता के आने पर उसे कूट से पिता की बांयी कनपटी पर कूंट का वार किया। नीचे गिरने के बाद लगातार हमला किया तथा मरने पर पत्थर से सिर कुचल कर लाश को पडोसी के खेत में छिपाकर घर लौट आया। रात में तलाश में निकले परिजनों को रूपसिंह ने मौके तक नहीं पहुंचने दिया तथा दूसरे दिन पुत्र नाहरसिंह ने अपने काका भेरूसिंह के पुत्रों पर हत्या की आशंका जताते हुए मामला दर्ज करवाया था। मामले को पुलिस अधीक्षक ने केस ऑफिसर स्कीम में लेकर टीम को रेंज मुख्यालय से उचित इनाम दिलाने की बात कही।