रैली निकाल किया प्रदर्शन
उदयपुर। विश्व मजदूर दिवस पर गुरुवार को शहर में विभिन्न श्रम संगठनों की ओर से रैली निकालकर प्रदर्शन किया गया वहीं आयोजित संगोष्ठी में शहीदों का स्मरण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।
सीटू की ओर से रैली के समापन पर कलेक्ट्री पर हुई सभा में सीटू के सचिव पूर्व पार्षद राजेश सिंघवी ने कहा कि सुई से लेकर हवाई जहाज तक मजदूर बनाता है, मजदूर अपने श्रम से इस दुनिया को खूबसूरत बनाता है, लेकिन वह आज भी दो वक्त की रोटी को तरसता है। इस अमानवीय स्थिति को बदलना होगा। डॉ. हेमेन्द्र चण्डालिया, ट्रेड यूनियन कौंसिल के संयोजक पीएस खींची, माकपा जिला सचिव मोहनलाल खोखावत, दवा प्रतिनिधि यूनियन के उदयपुर इकाई सचिव सुरेन्द्र सिंह आदि ने भी संबोधित किया।
सभा से पूर्व श्रमिकों की वाहन रैली टाउन हॉल से शुरू हुई, जो बापूबाजार सूरजपोल, मण्डी, देहलीगेट होते हुए कलेक्ट्री पहुंची। रैली में ’’दुनियाभर के मजदूरों-एक हो, इंकलाब-जिन्दाबाद, पूंजीवाद-मुर्दाबाद, समाजवाद-जिन्दाबाद, साम्राज्यवाद-मुर्दाबाद, मई दिवस के शहीदों को-लाल सलाम, जब तक भूखा इंसान रहेगा-धरती पर तूफान रहेगा’’ आदि नारे लगाते हुए चल रहे है। शिराली भवन स्थित सीटू कार्यालय में बिल्डिंग वक्र्स यूनियन के अध्यक्ष मुनव्वर खान ने झण्डा रोहण किया और 2 मिनट मौन रखकर मई दिवस के शहीदों को श्रद्धांजली दी।
श्रम सम्मेलन व गोष्ठी
राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस ’’इंटक’’, हिन्दुस्तान जिंक कर्मचारी कल्याण फैडरेशन व राजस्थान ग्रामीण मजदूर कांग्रेस ने सवीना स्थित श्रमविधि सहायता केन्द्र पर श्रम सभा व श्रम गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि इंटक के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष केके शर्मा व अध्यक्षता पूर्व पार्षद मोहम्मद अयूब, विषिष्ठ अतिथि एडवोकेट जाकिर हुसैन, हरीश आर्य थे।’इंटक’ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष केके शर्मा ने कहां कि राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस ’’इंटक’’, वर्षो से खेतीहर ग्रामीण मजदूर का हितैषी रहा है जिस कडी में ’इंटक’ द्वारा हिन्दुस्तान जिंक मैनेजमेंट से काफी प्रयास के बाद सेवानिवृत्त, वीआरएस व कार्यरत श्रमिको हेतु कई कल्याणकारी योजनाओं को चालु करवाया है। इंटक सचिव राधेष्याम सेन ने कल्याणकारी योजनाओं को विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। पूर्व पार्षद मोहम्मद अयूब, हरीश आर्य आदि ने भी संबोधित किया। इस दौरान एडवोकेट जाकिर हुसैन, जावर माइंस के मनजी भाई मीणा, नाथुलाल, मोगजी भाई, जिंक स्मेल्टर के भैरूदान राव, दरीबा माइंस के भंवरलल चांवरिया, पुरूषोत्ताम वर्मा, भैरूसिंह, राजा बाबु, राजेष पूर्बिया ने अपने विचार व्यक्त किये।