उदयपुर। विद्याभवन गोसे शिक्षक महाविद्यालय का सत्रांत और वार्षिक दिवस समारोह का आयोजन किया गया जिसमें छात्राध्यापकों एवं छात्राध्यापिकाओं ने विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम में सत्र पर्यन्त चली विभिन्न साहित्यिक और सांस्कृतिक प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। सत्र की विभिन्न प्रतियोतगिताओं के लिए सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थियों के रूप में शंकरलाल खटीक और प्रीति कंवर राठौड़ को सम्मानित किया गया। इस दौरान महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने अपने अनुभवों को साझा किया। इस दौरान महाविद्यालय की निदेशक प्रो.दिव्यप्रभा नागर ने कहा कि भविष्य के शिक्षक के नाते विषय का नवीन ज्ञान करना, छात्रों के साथ आत्मीयता रखना और हर पल को पूर्णता से जीने पर ध्यान केन्द्रित किया जाना चाहिए। कार्यक्रम में प्रो. एमपी शर्मा ने कहा कि शिक्षक भविष्य के निर्माता है इसलिए शिक्षक को बालकों के सामाजिक विकास और सामाजिक छवि को बनाना आवश्यक है तभी सही मायने में समाज का सही निर्माण संभव है। उन्होंने छात्राध्यापकों को समाज में एक शिक्षक के रूप में अपनी पहचान बनाने के लिए प्रेरित किया। अन्त में महाविद्यालय के सेवारत प्रसार विभाग के प्रभारी डॉ. अरविन्द आशिया द्वारा सभी छात्रों से स्नातक परिषद् का सदस्य बनने का आव्हान किया। संचालन महेन्द्र सिंह खत्री द्वारा किया गया। धन्यवाद मालचन्द काला द्वारा दिया गया।