हर संस्था, कॉलेज में हुए योग के कार्यक्रम
उदयपुर। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर विश्व भर में मनाए जा रहे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के तहत जहां जिलास्तरीय समारोह नगर निगम के टाउनहॉल प्रांगण में हुआ वहीं हर छोटी व बड़ी संस्था ने अपने स्तर पर योगाभ्यास का आयोजन किया।
जैव-मनोविज्ञान आधारित योगासन : सोसायटी फॉर माइक्रोवायटा रिसर्च एंड इंटीग्रेटेड मेडिसिन की ओर से योग ओर योगासन से संबधित भ्रांतियों को दूर करने के उद्देश्य से चलाये जा रहे सात दिवसीय योग सेमिनार का समापन हुआ. मुख्य वक्ता डॉ. एसके वर्मा थे। उन्होंने कहा कि योगासन कभी खुले में नहीं करने चाहिए क्योंकि उसमें योगासन से उत्पन्न ऊष्मा की हानि होती है. यह हमेशा हवादार कमरे में आसन/कम्बल बिछाकर ही करना चाहिए। योगाभ्यास के बाद आधा घंटे तक कमरे से बाहर नहीं आना चाहिए और जल का स्पर्श नहीं करना चाहिए. उन्होंने बताया की आसन करते वक़्त सदैव लंगोट का व्यवहार करना चाहिए और चन्द्र (बांया) स्वर चलते समय ही योगाभ्यास करना उचित है.
राजस्थान विद्यापीठ : जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय के प्रतापनगर स्थित सभागार में कुलपति प्रो. एसएस सारंगदेवोत के नेतृत्व में योग कराया गया गया। रजिस्ट्रार प्रो. सीपी अग्रवाल ने बताया कि योग गुरू डॉ. धीरज पी. जोशी के द्वारा सभी कार्यकर्ताओं को अभ्यास कराया।
कृषि विश्वविद्यालय : महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ओपी गिल ने दीप प्रज्वलित कर योग पर आधारित चित्र प्रदर्शनी एवं योग शिविर का शुभारम्भ किया। योग प्रशिक्षक डॉ. राकेश दशोरा ने विभिन्न योग क्रियाएं बताई।
गीताजंली : गीताजंली मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पीटल परिसर में 400 से अधिक विद्यार्थियों के साथ चिकित्सकों ने भी योग क्रियांए की। योग गुरू डॉ. सुन्दरलाल दक ने इस अवसर पर सभी को ऊं के उच्चारण के साथ योग क्रिया प्रारम्भ करवायी। डॉ.दक ने सभी को ताड़ासन, वृक्षासन, पश्चिमोत्तासन, पाद हस्तासन, चक्रासन त्रिकोणासन, भद्रासन,अर्ध उत्तासन,वकरासन एवं मकरासन सहित विभिन्न प्रकार के आसन एंव योग क्रियाएं करा कर उनके महत्व पर भी प्रकाश डाला।
रेजीडेन्सी परिसर : विद्यालय की प्रधानाध्यापिका रेखा चौहान ने बताया कि इस अवसर पर योग गुरू पतंजली योग पीठ के पूर्णकालिक शिक्षक अशोक जैन के मार्गदर्शन में किशनलाल आमेटा के सानिध्य में योग किया गया। इस अवसर पर विधिवत प्रार्थना से प्रांरभ कर योगासन, प्राणायाम, शांभवी ध्यान आदि का अभ्यास कराया गया। एक घंटे के इस कार्यक्रम का समापन संकल्प एवं शांतिपाठ के साथ किया गया।
वसन्त विहार : हिरणमगरी से. 5 स्थित वसन्त विहार का बड़ा पार्क, जिसमें छोटा हो या बड़ा, हर कोई व्यक्ति अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत दिखाई दिया। इसमें महिलाओं की भी भागीदारी बराबर की रही। अवसर था प्रथम अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर उदयपुर पर्यावरण समिति द्वारा वसन्त विहार पार्क में वृह्द स्तर पर आयोजित कार्यक्रम का।