उदयपुर। भाजपा की महिला नेत्रियों पर देश भर में आरोप-प्रत्याारोप के बावजूद उन पर कार्रवाई नहीं होने को लेकर आज माकपा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मौन मोदी की संज्ञा देते हुए पुतले जलाते हुए प्रदर्शन किया।
माकपा वरिष्ठ नेता बीएल सिंघवी ने कलेक्ट्रेट पर कहा कि नरेन्द्र मोदी एवं भाजपा ने पिछले लोकसभा चुनाव में जनता से कई ’’जुमलों‘‘ से लोक लुभावने वादे किये, लेकिन वास्तविकता के धरातल पर यह साबित हो चुका है कि उन्होंने जनता को जुमलों से भ्रमित कर उनकी भावनाओं के साथ खिलवाड किया, इसलिए भारतीय जनता पार्टी को लोग अब ’’भारतीय जुमला पार्टी’’ भी कहने लगे हैं।
जिला सचिव मोहनलाल खोखावत ने कहा पिछले लोकसभा चुनाव में मोदी ने कड़ी से कड़ी मिला भ्रष्टाचार को खतम करने की बात कही थी, लेकिन जनता को अब महसूस हो रहा है कि वह कडी तो भ्रष्टाचार को मजबूत करने वाली कड़ी बन गई है। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी, ललित मोदी काण्ड में लिप्त सुषमा स्वराज एवं वसुंधरा राजे के खिलाफ इसलिए कार्यवाही नहीं कर रहे हैं कि वे स्वयं भी गुजरात क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष रहने के दौरान उनके काफी करीबी रह उनके अहसानों तले दबे हैं। प्रदर्शन में माकपा शहर सचिव व पूर्व पार्षद राजेश सिंघवी, नेता केआर सिद्दीकी, महिला समिति अध्यक्ष श्रीकान्ता श्रीमाली आदि ने भी संबोधित किया। प्रदर्शन के बाद भ्रष्टाचार के प्रतीक स्वेरूप सुषमा स्वराज व वसुंधरा राजे का पुतला फूंका गया। खोखावत के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मण्डल ने अति. जिला कलक्टर (नगर), उदयपुर को राष्ट्रपति एवं राज्यपाल के नाम ज्ञापन देकर सुषमा स्वराज एवं वसुंधरा राजे को उनके पद से बर्खास्त करने की मांग की।